झाबुआ राज्य भारत के स्वतन्त्र होने से पूर्व एक देशी रियासत था। इसकी राजधानी झाबुआ नगर में थी। इस राज्य के अधिकांश भाग में भील आदिवासी रहते थे।उमरकोट, झाबुआ का ठिकना था।[1]
शासक
| नाम | वर्ष |
|---|
| करन सिंह | 1607 – 1610 |
| मह सिंह | 1610 – 1677 |
| कुशल सिंह | 1677 – 1723 |
| अनूप सिंह | 1723 – 1727 |
| शिव सिंह | 1727 – 1758 |
| बहादुर सिंह | 1758 – 1770 |
| भीम सिंह | 1770 – 1821 |
| प्रताप सिंह | 1821 – 1832 |
| रतन सिंह | 1832 – 1840 |
| गोपाल सिंह | 1841 – 1895 |
| उदय सिंह | 1895 – 1942 |
| दिलीप सिंह | 1942 – 1965 |
| अजित सिंह | 1965 – 2002 |
| नरेन्द्र सिंह | 2002 – वर्तमान |
सन्दर्भ
|
|---|
| 21 तोपों की सलामी | |
|---|
| 19 तोपों की सलामी | |
|---|
| 17 तोपों की सलामी | |
|---|
| 15 तोपों की सलामी | |
|---|
| 13 तोपों की सलामी | |
|---|
| 11 तोपों की सलामी | |
|---|
| 9 तोपों की सलामी | |
|---|
|