जीसैट-7
| मिशन प्रकार | संचार उपग्रह |
|---|---|
| संचालक (ऑपरेटर) | भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन |
| कोस्पर आईडी | 2013-044B |
| सैटकैट नं॰ | 39234 |
| मिशन अवधि | योजना: 7 वर्ष |
| अंतरिक्ष यान के गुण | |
| बस | आई-2के |
| निर्माता | भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र इसरो उपग्रह केंद्र |
| लॉन्च वजन | 2,650 किलोग्राम (93,000 औंस) |
| ऊर्जा | 3 किलोवाट |
| मिशन का आरंभ | |
| प्रक्षेपण तिथि | 29 अगस्त 2013, 20:30 यु.टी.सी |
| रॉकेट | एरियन 5 |
| प्रक्षेपण स्थल | लॉन्च क्षेत्र 3, गुयाना अंतरिक्ष केंद्र |
| ठेकेदार | एरियन स्पेस |
| कक्षीय मापदण्ड | |
| निर्देश प्रणाली | भूकक्षा |
| काल | भू-स्थिर कक्षा |
| देशान्तर | 74° पूर्व |
| परिधि (पेरीएपसिस) | 35,779 किलोमीटर (22,232 मील) |
| उपसौर (एपोएपसिस) | 35,806 किलोमीटर (22,249 मील) |
| झुकाव | 0.06 डिग्री |
| अवधि | 23.93 घंटे |
| युग | 7 नवंबर 2013, 23:12:49 यु.टी.सी |
| ट्रांस्पोंडर | |
| बैंड | अल्ट्रा उच्च आवृत्ति बैंड सी-बैंड केयू-बैंड |
जीसैट-7 (GSAT-7) या इनसैट-4एफ (INSAT-4F) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा विकसित एक बहु बैंड उपग्रह है। भारतीय नौसेना देश में निर्मित बहु बैंड संचार अंतरिक्ष यान की उपयोगकर्ता है। जो सितंबर 2013 से परिचालन में है। रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, उपग्रह भारतीय नौसेना को नयी क्षमताओं को हासिल करने के लिए सहायता करेगा। और विदेशी उपग्रह से जो संचार के लिए इस्तेमाल होते हैं उनसे मुक्ति दिलायेगा। इसका प्रक्षेपण 7 नवंबर 2013, 23:12:49 यु.टी.सी को गयाना अंतरिक्ष केंद्र, फ्रांस से हुआ था।[1]