जीसैट-17
| मिशन प्रकार | संचार उपग्रह | 
|---|---|
| संचालक (ऑपरेटर) | भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह | 
| वेबसाइट | http://isro.gov.in/gsat-17 | 
| मिशन अवधि | योजना:15 वर्षों | 
| अंतरिक्ष यान के गुण | |
| बस | आई-3के | 
| निर्माता | भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र | 
| लॉन्च वजन | 3,425 किलोग्राम (120,800 औंस) | 
| ऊर्जा | 6,000 वाट | 
| मिशन का आरंभ | |
| प्रक्षेपण तिथि | 2016-17 | 
| रॉकेट | एरियन 5 | 
| प्रक्षेपण स्थल | लॉन्च क्षेत्र 3, गयाना अंतरिक्ष केंद्र | 
| ठेकेदार | एरियन स्पेस | 
| कक्षीय मापदण्ड | |
| निर्देश प्रणाली | भूकक्षा | 
| काल | भू-स्थिर कक्षा | 
| देशान्तर | 93.5° पूर्व | 
| ट्रांस्पोंडर | |
| बैंड | 24 × सी बैंड 2 × निम्न सी बैंड 12 × ऊपरी सी बैंड 2 × सी बैंड-ऊपर/ एस बैंड नीचे 2 × एस बैंड-ऊपर/सी बैंड-नीचे 1 × डीआरटी और खोज एवं बचाव | 
जीसैट-17 (GSAT-17) एक भारतीय संचार उपग्रह है। जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा विकसित तथा भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह द्वारा संचालित किया जायेगा। यह अपने साथ 24 सी बैंड, 2 निम्न सी बैंड, 12 ऊपरी सी बैंड, 2 सीxएस बैंड, 2 एसxसी बैंड, 1 डीआरटी और खोज एवं बचाव पेलोड ले जायेगा। इसका प्रक्षेपण 2016-17 की समय सीमा में गयाना अंतरिक्ष केंद्र, फ्रांस से होना है। [1]
