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जिहाद अल-निकाह

जिहाद अल-निकाह हाल के वर्षों में इस्लाम धर्म के कुछ इराकी सम्प्रदायों की अवधारणा है जिसके तहत कोई मुस्लिम महिला विवाहेतर शारीरिक संबंध बना सकती है।[1] जिहाद को न्यायोचित तरीका मानने वाले कुछ सलफ़ी सुन्नी मुस्लिम संगठन जिहाद अल-निकाह का समर्थन करते हैं।[2][3][4]

हाल के समय में खाड़ी के अधिकांश समाचारपत्रों ने "जिहाद अल-निकाह" खंडन किया है। [5]

ईन्हें भी दी देखें

सन्दर्भ

  1. "ट्यूनीशिया: महिलाओं का जिहाद-अल-निकाह". बीबीसी हिन्दी. २२ सितम्बर २०१३. मूल से 18 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ६ जुलाई २०१४.
  2. निकाह जेहाद के लिए आईएसआईएस का टाइम टेबल Archived 2020-06-11 at the वेबैक मशीन (ईरान हिन्दी रेडियो)
  3. सीरिया में विद्रोहियों की खातिर ट्यूनिश महिलाएं चला रही हैं "सेक्स जिहाद" Archived 2014-07-14 at the वेबैक मशीन (खास खबर)
  4. नोया रायमान (२० सितम्बर २०१३). "Tunisian Women Go on 'Sex Jihad' to Syria, Minister Says" (अंग्रेज़ी में). द टाइम. मूल से 15 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ६ जुलाई २०१४.
  5. ""جهاد نکاح"؛ واقعیت یا هیاهوی رسانه‌ای؟". मूल से 22 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जून 2015.