जयंत कोठारी
| जयंत कोठारी | |
|---|---|
| पेशा | साहित्यकार |
| भाषा | गुजराती भाषा |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| विषय | समालोचना |
| उल्लेखनीय कामs | वांक–देखां विवेचनो |
| हस्ताक्षर | |
जयंत कोठारी गुजराती भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक समालोचना वांक–देखां विवेचनो के लिये उन्हें सन् 1998 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]
सन्दर्भ
- ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.