जमीलुद्दीन आली
नवाबज़ादा मिर्ज़ा जमीलुद्दीन अहमद ख़ान | |
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जन्म | २० जनवरी १९२६ दिल्ली |
पेशा | कवि, समीक्षक, लेखक, विद्वान |
भाषा | उर्दू |
राष्ट्रीयता | पाकिस्तान |
साथी | तय्याबा बानो |
बच्चे | ५ (३ बेटे और २ बेटियाँ) |
रिश्तेदार | सर अमीरुद्दीन ख़ान (पिता), सय्यदा जमीला बेगम (माता) |
नवाबज़ादा मिर्ज़ा जमीलुद्दीन अहमद ख़ान (उर्दू: مرزا جمیل الدین احمد خان, अंग्रेज़ी: Nawabzada Mirza Jamiluddin Ahmed Khan), जिन्हें आमतौर पर केवल जमीलुद्दीन आली (उर्दू: جمیل الدین عالی, अंग्रेज़ी: Jamiluddin Aali) के नाम से जाना जाता है, एक पाकिस्तानी लेखक, कवि, समीक्षक और विद्वान हैं। इनकी कृतियाँ उर्दू भाषा में हैं। हालांकि इनका जन्म दिल्ली में हुआ था, १९४७ में भारत के विभाजन के बाद वे पाकिस्तान के कराची शहर में जा बसे। इन्होने पाकिस्तान के लिए देशभक्ति से बहुत से गाने लिखे हैं जिनमें से कई टेलिविज़न पर दर्शाए गए हैं।[1]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ The Garland Encyclopedia of World Music: South Asia: The Indian Subcontinent Archived 2014-01-03 at the वेबैक मशीन, Alison Arnold, pp. 746, Taylor & Francis, 1999, ISBN 978-0-8240-4946-1, ... Song composition was also seen as generating patriotism in this new country; poets such as Jamiluddin Aali and songwriters such as Sohail Rana created a folk-based popular song style that ranged from the sentimental to the martial ...