जब जब फूल खिले
| जब जब फ़ूल खिले | |
|---|---|
फ़िल्म का पोस्टर | |
| निर्देशक | सूरज प्रकाश |
| लेखक | बृज कात्याल |
| अभिनेता | शशि कपूर नन्दा |
| संगीतकार | कल्याणजी आनंदजी |
प्रदर्शन तिथि | 1965 |
लम्बाई | मिनट |
| देश | भारत |
| भाषा | हिन्दी |
जब जब फ़ूल खिले 1965 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है।
मुख्य कलाकार
- शशि कपूर — राजा
- नन्दा — रीटा खन्ना
- कमल कपूर — राय बहादुर खन्ना
- शम्मी — स्टेला
- आग़ा — अमरनाथ
- मृदुला रानी — श्रीमती खन्ना
- टुन टुन — मैरी
संगीत
सभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत कल्याणजी-आनंदजी द्वारा रचित।
| गीतों की सूची | |||
|---|---|---|---|
| क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
| 1. | "अफ्फू खुदाया" | मोहम्मद रफ़ी | 3:24 |
| 2. | "एक था गुल और एक थी बुलबुल" | मोहम्मद रफ़ी, नन्दा | 7:31 |
| 3. | "कभी पहले देखा नहीं ये" | मोहम्मद रफ़ी | |
| 4. | "मैं जो चली हिंदुस्तान से" | लता मंगेशकर | |
| 5. | "ना ना करते प्यार तुम्ही से" | सुमन कल्याणपुर, मोहम्मद रफ़ी | 3:16 |
| 6. | "परदेसियों से ना अँखियाँ मिलाना" | लता मंगेशकर | 3:15 |
| 7. | "परदेसियों से न अँखियाँ मिलाना" (खुश) | मोहम्मद रफ़ी | 3:18 |
| 8. | "परदेसियों से न अँखियाँ मिलाना" (उदास) | मोहम्मद रफ़ी | 3:13 |
| 9. | "यहाँ मैं अजनबी हूँ" | मोहम्मद रफ़ी | 4:59 |
| 10. | "ये समां समां है प्यार का" | लता मंगेशकर | 3:18 |