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जनकला

हैनोवर, जर्मनी में एक पैदल-मार्ग पर रखी हुई 'नानास' नामक मूर्तियाँ जनकला का एक उदाहरण हैं

जनकला (public art) किसी भी माध्यम में रची हुई कला की उन कृतियों को बोलते हैं जिन्हें ऐसे खुले वातावरण में प्रदर्शित करने की नियत से बनाया गया हो जहाँ जन-साधारण का बहुत आना-जाना रहे, मसलन किसी नगर का कोई मार्ग, चौराहा या चौक। इसमें मूर्तिकला व ग्रफ़ीटी जैसी कलाएँ शामिल हैं। अक्सर संग्रहालय में रखी हुई कला-कृतियों के विपरीत जनता को जनकला की कृतियों को छूने और पास से देखने के लिये प्रोत्साहित किया जाता है।[1]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Public Art in Vancouver: Angels Among Lions, John Steil, Aileen Stalker, pg. 9, TouchWood Editions, 2009, ISBN 9781894898799, ... Central to the intent of public art is public experience. The viewer is encouraged to look, touch, think, remember, imagine — public art is intended to engage the viewer in many ways ...