चौक
चौक (town square) पारम्परिक शहरों में ऐसे खुले क्षेत्र को कहते हैं जहाँ लोग सम्मिलित हो सकें। अक्सर चौक के किनारों पर खाने-पीने, वस्त्रों और अन्य चीज़ों की कई छोटी दुकानें होती हैं। कभी-कभी चौकों के बीच में फुव्वारे, कुएँ, मूर्तियाँ या अन्य निर्माण होते हैं। पुराने शहरों में चौक ही नगरीय्स स्त्तर पर व्यापारिक और सामाजिक जीवन के केन्द्र हुआ करते थे और सरकारें उनकी देख-रेख में बहुत प्रयास लगाती थीं।[1]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Pages 8-3 and 78 in Watch this Space: Designing, Defending, and Sharing Public Space, by Hadley Dyer and Marc Ngui, Kids Can Press (2010), hardcover, 80 pages, ISBN 9781554532933