चोखेर बाली (उपन्यास)
चोखेर बाली रवीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा लिखी गई एक उपन्यास है।
उपन्यास की केन्द्रीय किरदार बिनोदिनी एक युवा विधवा है,जो समाज के दुर्व्यवहार के कारण नरकी ज़िन्दगी जीने को मज़बूर है। वह तंग आकर अपनी इस हालत के लिए ज़िम्मेदार व्यक्ति से बदला लेने का निर्णय करती है। इस रचना पर २००३ में ऋतुपर्णो घोष ने फिल्म चोखेर बाली का निर्माण किया था।