चैत्र
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2024 |
चैत्र हिंदू पंचांग का पहला मास है। इसी महीने से भारतीय नववर्ष आरम्भ होता है। हिंदू वर्ष का पहला मास होने के कारण चैत्र की बहुत ही अधिक महता है। अनेक पर्व इस मास में मनाये जाते हैं। चैत्र मास की पूर्णिमा, चित्रा नक्षत्र में होती है इसी कारण इसका महीने का नाम चैत्र पड़ा।
मान्यता है कि सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा ने चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से ही सृष्टि की रचना आरम्भ की थी। वहीं सतयुग का आरम्भ भी चैत्र माह से माना जाता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी महीने की प्रतिपदा को भगवान विष्णु के दशावतारों में से पहले अवतार मतस्यावतार अवतरित हुए एवं जल प्रलय के बीच घिरे मनु को सुरक्षित स्थल पर पहुँचाया था, जिनसे प्रलय के पश्चात नई सृष्टि का आरम्भ हुआ।[1]
इसी दिन आर्य समाज (१८७५) एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (१९२५) की स्थापना हुई थी।
प्रमुख पर्व
- वर्ष प्रतिपदा या युगादि या 'गुड़ी पड़वा'
- चैत्र नवरात्रि
- रामनवमी
- हनुमान जयन्ती (चैत्र पूर्णिमा को)
- गणगौर
सन्दर्भ
- ↑ "हिंदी महीनों के अनुसार व्रत एव त्योहार (Hindu festivals)". राधे राधे. 2021-02-15. अभिगमन तिथि 2021-02-16.