चूहड़ा
वालमीकी भारत और पाकिस्तान मे पाई जाने वाली एक अनुसूचित जाति है[1] जिन्हें वाल्मीकि एवं बाल्मीक नाम से भी जाना जाता है।[2] सिख धर्म में परिवर्तित होने के बाद इन्होंने खुद का धर्म छुपा लिया ताकि इन्हे कोई दलित ना समझे।। भारत में अधिकांश वाल्मीकि South इंडिया में है। इन्हे महर्षि वाल्मीकि जी की संतान भी माना जाता हैं। ये डा भीमराव अंबेडकर जी के अनुयायी है।
सन्दर्भ
- ↑ Sharma, Dr Rama (1995). Bhangi, Scavenger in Indian Society: Marginality, Identity, and Politicization of the Community (अंग्रेज़ी में). M.D. Publications Pvt. Ltd. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-85880-70-9.
- ↑ Hunt, Sarah Beth (2014-08-07). Hindi Dalit Literature and the Politics of Representation (अंग्रेज़ी में). Routledge. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-317-55952-8.