चिआंग लोग
चिआंग (चीनी भाषा: 羌族, अंग्रेज़ी: Qiang) दक्षिणी चीन में बसने वाली एक जाति है। तिब्बती-बर्मी भाषा-परिवार की सदस्य चिआंग भाषाएँ बोलने वाले यह लोग अधिकतर सिचुआन प्रान्त के उत्तर-पश्चिमी भाग में रहते हैं। सन् २००० में इनकी जनसँख्या क़रीब २ लाख अनुमानित की गई थी। चिआंग लोग पहाड़ी इलाक़ों में झाई (寨, zhai) नामक गाँवों में रहते हैं।
सामाजिक प्रथाएँ
चिआंग समाज मातृवंशी होता है, यानि माता परिवार का नेतृत्व करती है और वंश उसी के नाम से चलता है। जब कोई पुरुष किसी स्त्री से विवाह करना चाहता है तो कोई औपचारिक समारोह नहीं होता। वह उस स्त्री के खेतों पर काम शुरू करता है और धीरे-धीरे उसके परिवार में सम्मिलित हो जाता है। कभी-कभी विवाह से पहले उनके बच्चे भी हो जाते हैं। आजकल पितृवंशी हान चीनी समुदाय के प्रभाव से यह सामाजिक व्यवस्था बदल रही है।[1]
श्वेत शिलाओं का धर्म
ज़्यादातर चिआंग लोग अपने पारम्परिक धर्म में आस्था रखते हैं जिसमें बहुत से देवी-देवता हैं और जिसमें सफ़ेद रंग के पत्थरों को शुभ माना जाता है। इन शिलाओं को सूर्यदेव का प्रतिनिधि समझकर जीवन में सौभाग्य लाने वाली वस्तुएँ माना जाता है। चिआंग घरों और गाँवों में यह पत्थर अक्सर घरों की छतों पर और ऊँचे खम्बे-मीनारों पर देखे जा सकते हैं।[2]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Encyclopedia of the Peoples of Asia and Oceania Archived 2013-05-28 at the वेबैक मशीन, Barbara A. West, Infobase Publishing, 2009, ISBN 978-1-4381-1913-7, ... Marriage was usually not formalized through a ritual or ceremony, but was a gradual process of incorporating the man into his new family ...
- ↑ Shamanism: an encyclopedia of world beliefs, practices and culture, ABC-CLIO, 2004, ISBN 978-1-57607-645-3, ... Without question, the most visible and distinctive element of Qiang culture and religious practice is the white stone. Commonly found in all areas where the Qiang reside, the quartz stones are enshrined on roofs, towers, and mountains ...