चमत्कार (1992 फ़िल्म)
चमत्कार | |
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चमत्कार का पोस्टर | |
निर्देशक | राजीव मेहरा |
लेखक | लिलीपुट (संवाद) |
पटकथा | शौक़त बेग़ राजीव मेहरा |
निर्माता | परवेश सी. मेहरा |
अभिनेता | नसीरुद्दीन शाह, शाहरुख़ ख़ान, उर्मिला मातोंडकर, शम्मी कपूर |
संगीतकार | अनु मलिक |
प्रदर्शन तिथियाँ | 24 जुलाई, 1992 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
चमत्कार 1992 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह राजीव मेहरा द्वारा निर्देशित रोमांटिक कॉमेडी फंतासी फिल्म है। इसमें नसीरुद्दीन शाह, शाहरुख़ ख़ान, उर्मिला मातोंडकर प्रमुख भूमिका में हैं।[1] इस फिल्म के अधिकार शाहरुख़ की रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट के पास हैं।
संक्षेप
सुंदर श्रीवास्तव (शाहरुख़ ख़ान) एक युवा पढ़ा लिखा व्यक्ति है। उसे अपने गांव में अपनी आधा एकड़ जमीन पर एक स्कूल शुरू करना है। ऐसे उसके पिता का सपना पूरा हो जायेगा। हालांकि उसके पास अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए धन नहीं है। सुंदर का बचपन का दोस्त प्रेम, भोले-भाले सुंदर को कर्ज़ लेने के लिए मना लेता है। जब सुंदर मुंबई आता है, तो उसका सामान खो जाता है, फिर उसकी जेब कट जाती है और वह अपने पैसे खो देता है। तब उसे पता चलता है कि प्रेम ने उसे धोखा दिया है और उसके पैसे लेकर दुबई भाग गया है। तब सुंदर को कब्रिस्तान में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ता है। सुंदर अपनी किस्मत को कोसना शुरू कर देता है। वहां एक आवाज उसे जवाब देती है और आश्चर्यचकित सुंदर उस व्यक्ति से अपनी पहचान बताने के लिए कहता है। आवाज का स्रोत, जिसे देखा नहीं जा सकता, आश्चर्यचकित होता है कि सुंदर उसे सुनने में सक्षम है। फिर वह सुंदर से पूछता है कि क्या वह वास्तव में उसे सुन सकता है।
सुंदर को एहसास होता है कि वह किसी भूत से बात कर रहा है और घबरा जाता है। भूत अचानक सुंदर को दिखाई देता है और अपना परिचय अमर कुमार उर्फ मार्को (नसीरुद्दीन शाह) के रूप में देता है। सुंदर को अपना अतीत बताने के बाद, मार्को उसे बताता है कि उसके नाम से शहर में होने वाले कई अपराध वास्तव में कुंता (टिन्नू आनन्द) और उसके गुर्गों द्वारा किए जा रहे हैं। मार्को सुंदर से कहता है कि उसके पापों के कारण, वह मुक्ति प्राप्त नहीं कर सकता और स्वर्ग नहीं जा सकता। भयभीत सुंदर, उसकी मदद करने से इंकार कर देता है। लेकिन मार्को उसे एक स्कूल बनाने के अपने सपने के बारे में याद दिलाता है। यह बात सुंदर ने मार्को को कभी नहीं बताई। मार्को का अनुस्मारक सुंदर को मार्को की मदद करने के लिए राजी करता है। मार्को सुंदर को मिस्टर कौल (शम्मी कपूर) के स्कूल में क्रिकेट कोच का पद दिलवाने में कामयाब हो जाता है। मार्को यह जानकर ख़ुशी होती है कि उसे अपनी प्रेमिका सावित्री से माला नाम की एक बेटी है।
मार्को की सहायता से, माला (उर्मिला मातोंडकर) और सुंदर जल्द ही प्यार में पड़ने लगते हैं। बाद में, मार्को सुंदर को एक गुप्त कमरा दिखाता है जहाँ उसने अपनी सारी लूट रखी थी। हालाँकि, उनकी लापरवाही के कारण, कुंता को कमरे का स्थान पता चल जाता है और मार्को का पैसा तुरंत चुरा लिया जाता है। अब सुंदर अपनी टीम और कुंता के भतीजे की कप्तानी वाली टीम के बीच एक क्रिकेट मैच खेलने के लिए सहमत हो जाता है। यह निर्णय लिया गया है कि यदि सुंदर की टीम गेम जीतती है, तो वे स्कूल को बनाए रखने के लिए धनराशि जीतेंगे। प्रारंभ में, सुंदर की टीम हार रही होती है लेकिन मार्को (वह सभी के लिए अदृश्य है) प्रतिद्वंद्वी टीम में तोड़फोड़ करता है और सुंदर की टीम को एक बड़ी जीत दिलाने में सफल होता है। मैच के बाद, कुंता सुंदर और माला का अपहरण कर लेता है और उन्हें उसी स्थान पर जिंदा दफनाने का प्रयास करता है जहां उसने मार्को को दफनाया था। मार्को सुंदर और माला को बचाने के लिए पुलिस को कब्रिस्तान तक ले जाने में कामयाब होता है। जहां कुंता और उसके गुंडे मार्को, माला, सुंदर और पुलिस के खिलाफ लड़ते हैं। अंततः, सुंदर मार्को का नाम बेदाग़ करने के अपने मिशन में सफल हो जाता है। सुंदर और माला की शादी हो जाती है और मार्को शादी में शामिल होता है। शादी में, प्रकाश की एक किरण मार्को पर पड़ती है जो फिर स्वर्ग में चढ़ जाता है।
मुख्य कलाकार
- नसीरुद्दीन शाह — अमर कुमार उर्फ़ 'मार्को'
- शाहरुख़ ख़ान — सुंदर श्रीवास्तव
- उर्मिला मातोंडकर — माला कुमार
- मालविका तिवारी — सावित्री कौल
- शम्मी कपूर — कौल
- देवेन वर्मा — इंस्पेक्टर
- टिन्नू आनन्द — कुंता
- अंजना मुमताज़ — कौशल्या मेहता
- अंजान श्रीवास्तव — आई. जी. त्रिपाठी
- राकेश बेदी — मोती
- जॉनी लीवर — बैटरी क्लर्क
- अरुण बख़्शी — अंपायर
- अली असगर — राकेश
- गुड्डी मारुति —
- आशुतोष गोवरिकर — मोंटी
संगीत
सभी गीत आनन्द बक्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत अनु मलिक द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "बिच्छू ओ बिच्छू" | आशा भोंसले | 5:40 |
2. | "देखो देखो चमत्कार" | नन्दू भेंडे, कुमार सानु, सुखविंदर सिंह | 5:50 |
3. | "इस प्यार से मेरी तरफ" (डुएट) | कुमार सानु, अलका यागनिक | 5:23 |
4. | "इस प्यार से मेरी तरफ" (पुरुष संस्करण) | कुमार सानु | 5:18 |
5. | "जवानी दीवानी" | उदित नारायण, पूर्णिमा | 6:32 |
6. | "ओ मेरी नींदे चुराने वाले" | आशा भोंसले, कुमार सानु | 7:39 |
7. | "ये है प्यार प्यार" | कुमार सानु, आशा भोसंले | 4:54 |
सन्दर्भ
- ↑ "शाहरुख की 'चमत्कार' के किस्से, जिसकी कहानी से लेकर गानों तक सब विदेश से उठाने का चमत्कार किया गया था". 29 जुलाई 2022. अभिगमन तिथि 4 सितम्बर 2023.