घोल रन्ध्र
घोल रंध्र या विलियन रंध्र (अंग्रेजी: sinkhole), भूमि के धंसने से जमीन पर बना एक गड्ढा, रंध्र या छेद है। यह ज्यादातर कार्स्ट प्रक्रियाओं के कारण बनते हैं- उदाहरण के लिए, कार्बोनेट चट्टानों के रासायनिक विघटन से।[1] घोल रंध्रों का आकार व्यास और गहराई दोनों में 1 से लेकर 600 मीटर (3.3 से 2,000 फीट) तक हो सकता है। घोल रंध्र धीरे-धीरे या फिर अचानक बन सकते हैं, और ये दुनिया भर में पाए जाते हैं।[2]
सन्दर्भ
- ↑ Lard, L., Paull, C., & Hobson, B. (1995). "Genesis of a submarine sinkhole without subaerial exposure". Geology. 23 (10): 949–951. डीओआइ:10.1130/0091-7613(1995)023<0949:GOASSW>2.3.CO;2. बिबकोड:1995Geo....23..949L.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
- ↑ Kohl, Martin (2001). "Subsidence and sinkholes in East Tennessee. A field guide to holes in the ground" (PDF). State of Tennessee. मूल (PDF) से 12 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 February 2014.