ग्वाला
ग्वाला अथवा ग्वाल शब्द आज की अहीर (आभीर) जाति का पर्याय है।[1][2][3] मध्यकालीन स्रोतों में कृष्ण को ग्वाला कहा गया है।[4]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Seṭha, Haragovindadāsa Trikamacanda (1986). पाइअ-सद्द-महण्णवो (प्राकृत-शब्द-महार्णवः): अर्थात् विविध प्रकृत भाषाओं के शब्दों का संस्कृत प्रतिशब्दों से युक्त, हिन्दी अर्थों से अलंकृत, प्राचीन ग्रन्थों के अनल्प अवतरणों और परिपूर्ण प्रमाणों से विभूषित बृहत्कोष. Motilal Banarsidass Publ. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-208-0239-1.
- ↑ Shashi, Shyam Singh (1993). Sāmājika vijñāna Hindī viśvakośa. Kitabghar Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7016-163-9.
- ↑ Sharma, Hemant (2022-06-13). Dekho Hamri Kashi: Bestseller Book by Hemant Sharma: Dekho Hamri Kashi. Prabhat Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-5521-380-8.
- ↑ Shambhunath (2019-04-01). Hindu Mithak : Aadhunik Man. Vani Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-88684-60-6.