गुरु पर्व
| सिख सतगुरु एवं भक्त | 
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| सतगुरु नानक देव · सतगुरु अंगद देव | 
| सतगुरु अमर दास · सतगुरु राम दास · | 
| सतगुरु अर्जन देव ·सतगुरु हरि गोबिंद · | 
| सतगुरु हरि राय · सतगुरु हरि कृष्ण | 
| सतगुरु तेग बहादुर · सतगुरु गोबिंद सिंह | 
| भक्त रैदास जी भक्त कबीर जी · शेख फरीद | 
| भक्त नामदेव | 
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| लंगर · खंडे बाटे की पाहुल | 
नानक देव या गुरू नानक देव सिखों के प्रथम गुरू थे। गुरु नानक देवजी का प्रकाश (जन्म) १५ अप्रैल, १४६९ ई. (वैशाख सुदी 3, संवत् 1526 विक्रमी) में तलवंडी रायभोय नामक स्थान पर हुआ। सुविधा की दृष्टि से गुरु नानक का प्रकाश उत्सव कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है। तलवंडी अब ननकाना साहिब के नाम से जाना जाता है। इस दिन को सिख धर्म के अनुयायी गुरु पर्व]] के रूप में मनाते हैं।