गुरुसहाय लाल
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जन्म : 11 अगस्त 1889 नालंदा जिला के कतरीसराय प्रखंड के बादी गांव में
1924 में विधान परिषद के सदस्य बने। 1937 के बिहार सरकार में राजस्व व विकास मंत्री रहें।मंत्री रहते उन्होंने दफा 12 के तहत संशोधन करवाकर खेती करने वाले छोटे किसानों को जमींदार के शोषण और जुल्म से मुक्ति दिलाया। इसके तहत किसानों को अपने जमीन के कुओं, पेड़ो और अन्य संसाधनों पर अधिकार प्राप्त हुआ।
त्रिवेणी संघ से गहरा जुड़ाव रहा। संघ के बिहार स्तर पर विस्तार और गठन में महत्त्वपूर्ण सक्रिय भूमिका निभाया।
बाद में पटना जिला परिषद के चेयरमैन भी बने। शिक्षा के प्रसार में प्रमुख योगदान रहा है। निजी प्रयास से दर्जनों विद्यालय का निर्माण तो कराया ही। चेयरमैन के रूप में इस क्षेत्र में क्रांतिकारी कार्य किए। सैकड़ों सरकारी विद्यालय खुलवाए तथा समाज में अभियान चलाकर बच्चो का नामांकन करवाया। साथ ही किसान मजदूरों को शिक्षा के महत्व को समझाया...
संदर्भ
- कुमार चौधरी, प्रसन्न; श्रीकांत. बिहार में समाजिक परिर्वतन के कुछ आयाम. वाणी प्रकाशन. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9789352292257.