गिल
गिल पंजाब के जट सिक्ख और हिन्दू जाट लोगों का एक गोत्र है। [1][2]
गिल गोत्र के मेले
गिल गोत्र का मेला कुछ जगहों पर साल में दो बार मनाया जाता है। एक दीपावली के दूसरे दिन और दूसरा 13 अप्रैल को मनाया जाता है। इन मेलों में सुबह दस बजे झंडा चढ़ाने की रस्म होती है। इस में गिल गोत्र के बुजुर्ग भाग लेते हैं। छोटे बच्चे शबद गाते हैं। एक बजे लंगर का आयोजन किया जाता है। इसमें सभी गिल गोत्र के लोग सेवा करते हैं। [3]
सन्दर्भ
- ↑ विद्या प्रकाश त्यागी (2009). Martial races of undivided India [अविभाजित भारत की योद्धा जातियाँ] (अंग्रेज़ी में). ज्ञान बुक्स प्राइवेट लिमिटेड. पृ॰ 71. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788178357751.
- ↑ Bhim Singh Dahiya (1980). Jats the Ancient Rulers (A clan study) (English में). पृ॰ 237. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1895603026.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 10 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 नवंबर 2018.