गणेश दत्त सिंह
गणेश दत्त सिंह (13 जनवरी 1868 - 26 सितंबर 1943) एक भारतीय वकील, शिक्षाविद्, परोपकारी और प्रशासक थे। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता से पहले बिहार और उड़ीसा राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए बहुत कुछ किया। उन्होने अपनी कमाई और निजी सम्पत्ति से शैक्षणिक संस्थानों, दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, आयुर्वेदिक कॉलेज और नेत्रहीनों और बधिरों के लिए स्कूलों के विकास के लिए उदार दान दिया। गणेश दत्त के जीवन और कार्यों पर आधारित एक लघु फिल्म प्रकाश झा द्वारा बनाई गई थी।
14 अप्रैल 1933 को सर गणेश दत्त सिंह ने नियमावली बनाकर 'सर गणेश दत्त ट्रस्ट फंड कोष' का गठन किया था। इसके लिए उन्होंने वर्ष 1923 से 1936 तक बिहार-उड़ीसा का मंत्री रहने के दौरान अपने वेतन चार हजार रुपए का तीन-चौथाई अंश जमा कर फंड के लिए धन संचित किया था। इसके गठन के पीछे उनका उद्देश्य पटना विश्वविद्यालय में अध्ययनरत वैसे छात्रों की मदद करना था, जिनकी अभिरुचि विज्ञान, तकनीकी और उद्योग संबंधी उच्च शिक्षा प्राप्त करने में हो किन्तु निर्धनता आड़े आ रही हो। वे युवा पीढ़ी के प्रेरणाश्रोत हैं। सामाजिक चेतना के लिए सर गणेश दत्त ने अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया।