खोजी पत्रकारिता
खोजी पत्रकारिता (investigative journalism), खोजी पत्रकारिता को जासूसी पत्रकारिता भी कहा जाता है। असल में तो हर प्रकार की पत्रकारिता में समाचार बनाने के लिए किसी न किसी रूप में जांच पड़ताल की जाती है यानि कुछ नया खोजने का प्रयास किया जाता है, खोजी पत्रकारिता तथ्यों को खोजने की वजह से थोड़ा अलग हटकर माना गया है। तथ्यों पर आधारित खबर को खोज कर निकालना खोजी पत्रकारिता है। खोजी पत्रकारिता वह है, जिसमें तथ्य जुटाने के लिए गहन पड़ताल की जाती है और जैसे जैसे जांच पड़ताल आगे बढ़ती है, उसी प्रकार रहस्य की परतें खुलती जाती है।खोजी पत्रकार संघ के सदस्यों को अपनी खोजी पत्रकारिता के लिए ही जाना जाता है। संघ में विभिन्न समाचार पत्रों, न्यूज चैनल एवं पत्रिकाओं में कार्य करने वाले पत्रकार सदस्य हैं। यदि किसी भी प्रकार की जानकारी को दबाया या छिपाया जा रहा हो, जो तथ्य किसी भी प्रकार की लापरवाही, शोषण, अनियमितता, रिस्वतखोरी, गबन, भ्रष्टाचार को सार्वजनिक करता हो या जनता के धन को गलत ढंग से प्रयोग किया जा रहा हो या जनता का काम करने में जानबूझ कर अफसर आनाकानी कर रहे हों तो ऐसे समाचारों को सामने लाना खोजी पत्रकारिता है और यही खोजी पत्रकार का कत्र्तव्य भी है। सारंश यह है कि सत्य को तथ्यों के साथ खोज निकालना ही खोजी पत्रकारिता है। अपने संघ या टीम की सहायता से किसी बात की तह तक जाना और सत्य को खोज कर निकालना ही खोजी पत्रकारिता का स्पष्ट उदाहरण है। बड़े घोटालों या किसी विभाग में हो रही लापरवाही एवं भ्रष्टाचार को उजागर करना ही खोजी पत्रकारिता है।
पत्रकारिता का वह रूप है जिसमें रिपोर्टर किसी एक विषय (मुद्दे) को लेकर उसकी गहन छानबीन करते हैं। भारत में खोजी पत्रकारों के द्वारा एक खोजी पत्रकार संघ(Reg.02260) बनाया गया है। जिसमें पत्रकार खबरों की जांच पड़ताल के समय एक दूसरे की सहायता करते हैं। प्रत्येक टीम में कम से कम 5 सदस्य हैं। इसी प्रकार की बहुत टीमें खोजी पत्रकारिता के माध्यम से खबरें खोज कर निकाल रही है। यह सब टीम वर्क का ही कमाल है कि समय पर खोजी पत्रकार संघ की टीम गलत कार्य करने वालों का पर्दाफाश कर रही है। बढ़ते अपराधों को देखते हुए खोजी पत्रकार संघ में नए लोग प्रवेश कर रहे हैं। खोजी पत्रकार संघ पत्रकारों की सहायाता करता है। संघ की ओर पत्रकारों को स्पाई कैमरे, माइक व अन्य सामान उपलब्ध करवाया जाता है। जिससे की पत्रकार उन दबी हुई खबरों को खोज कर निकाल सकें, जिन्हें दबाने का प्रयास किया जा रहा था। ऐसा कहा जाता है कि खोजी पत्रकार संघ के सदस्यों के पास हर प्रकार की जानकारी है। उनके पास खबरों के बेहतरीन सोर्स हैं। खोजी पत्रकार संघ के ज्यादातर पत्रकार समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं के लिए फ्रिलांसर के रुप में काम करते हैं ओर उन्हें खबरें भेजने का कार्य करते हैं। खोजी पत्रकार संघ ही खोजी पत्रकारिता को जीवित रखे हुए हैं। खोजी पत्रकारिता में पत्रकार अपनी टीम के साथ उस खबर की इन्वेस्टिगेशन करते हैं जो कि समाज के लिए जरूरी हो। खोजी पत्रकारिता के दौरान एक खबर को कवर करने में सप्ताहभर ओर उससे भी ज्यादा लग सकता है।[1]
बाहरी कड़ियाँ
- खोजी पत्रकारिता (बीबीसी हिन्दी)
- खोजी पत्रकारिता : कैसे, क्यों और विभिन्न आयाम
- खोजी पत्रकारिता की चुनौतियाँ (मिडिया खबर)
- खोजी पत्रकारिता करने से पहले जान लें ये खास बातें
संदर्भ
- ↑ McChesney, Robert Waterman (2004). The problem of the media : U.S. communication politics in the twenty-first century. Internet Archive. New York : Monthly Review Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-58367-106-1.