खरोंच
खरोंच चमड़ी की उपरी सतह पर लगी चोट को कहते हैं। यह चोंट सड़क पर गिरने से, घसीटने से, किसी चीज़ से रगड़ जाने से आ सकती है।[1]
खरोंच के प्रकार
- खुरचन खरोच:- इस खरोच में एक सीढ़ी लाइन में रगड़ लगती है और यह किसी पिन से, नाख़ून से, सुई आदि से लगती है।
- मंद्घर्शन खरोंच:- सड़क पर हुई दुर्घटना में यह खरोंचे लगती है, जिसमे प्रारंभ में रगड़ साफ़ दिखाई देती है और अंत में साडी चमड़ी इक्कठी हो जाती है।
- दाब खरोंच:- किसी भरी वस्तु के दबाव के कारण चमड़ी कुचल जाती है तो उसे दाब खरोंच कहते है।
- टक्कर खरोंच:- जब शरीर का कोई भाग किसी खुरदरी सतह से टकराता है तब ऐसे चोंट लगती है।
आयुर्विज्ञानी बिंदु
- चोंट का स्वभाव ज्ञात हो सकता है।
- चोंट किस दिशा में लगी है यह ज्ञात किया जा सकता है।
- खरोंच के स्थान से अपराध की प्रकृति ज्ञात की जा सकती है।
सन्दर्भ
- ↑ Kidd, P. S., Sturt, P. A., & Fultz, J. (2000). Mosby's emergency nursing reference (2nd ed.). St. Louis: Mosby, Inc.