क्वामे एन्क्रूमाह
क्वामे एन्क्रूमाह, प्रावेसी काउंसिल[1] (21 सितम्बर 1909 – 27 अप्रैल 1972) 1951 से 1966 तक घाना और इसके पूर्ववर्ती राज्य 'गोल्ड कोस्ट' के नेता थे। १९५७ में ब्रितानी औपनिवेशिक शासन से घाना की मुक्ति उन्ही की देखरेख में हुई, इसके बाद एन्क्रूमाह घाना के प्रथम राष्ट्राध्यक्ष और प्रथम प्रधानमन्त्री बने। पण-अफ्रिकानिस्म (Pan-Africanism) नामक २०वीं सदी की विचारधारा के प्रभाव से वो अफ्रीकी एकता संगठन (आर्गेनाईजेशन ऑफ़ अफ्रीकन यूनिटी) के संस्थापक सदस्य बने और १९६३ का लेनिन शान्ति पुरस्कार प्राप्त करने में सफल हुए। उन्होंने अपने आप को अफ़्रीकी लेनिन के रूप में देखा।[2]
सन्दर्भ
- ↑ E. Jessup, John. An Encyclopedic Dictionary of Conflict and Conflict Resolution, 1945-1996. पृ॰ 533.
- ↑ Mazrui 1966, पृष्ठ 9: "There is little doubt that, quite consciously, Nkrumah saw himself as an African Lenin. He wanted to go down in history as a major political theorist—and he wanted a particular stream of thought to bear his own name. Hence the term 'Nkrumahism'—a name for an ideology that he hoped would assume the same historic and revolutionary status as 'Leninism'."