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कोन्ड्राइट

NWA८६९ नामक कोन्ड्राइट उल्का का एक ७०० ग्राम का अंश

कोन्ड्राइट (Chondrite) ऐसे पत्थरीले (ग़ैर-धातुदार) उल्काओं (मीट्योराइटों) को कहा जाता है जो उस धूल व कणों के बने हों जो सौर मंडल के शुरुआती सृष्टि-क्रम में मौजूद थे। ग्रहों, उपग्रहों और अन्य बड़ी वस्तुओं के निर्माण में उनमें शामिल सामग्री में पिघलाव और परतों में छट जाने जैसी प्रक्रिया हुई। प्रहारों के कारण इनसे भी उखड़कर उल्का बने लेकिन कोन्ड्राइट केवल वही उल्का होते हैं जिनमें ऐसी प्रक्रियाएँ न हुई हों और जो काफ़ी हद तक सौर मंडल के आरम्भिक काल में जैसे थे वैसे ही हों। ध्यान दें कि किसी कोन्ड्राइट में अक्सर ज़रा-बहुत धातु भी उपस्थित हो सकती है लेकिन उसका अधिकतर भाग पत्थरीला होता है।[1]

नामोत्पत्ति

कोन्ड्राइटों का नाम उनमें मौजूद कोन्ड्रूल (Chondrule) नामक गोलाकर कणों से आता है। यह यूनानी भाषा के χόνδρος (ख़ोन्द्रोस) नामक शब्द से है जिसका अर्थ 'कण' है। ख़ोन्द्रोस में बिंदु-वाले 'ख़' के उच्चारण पर ध्यान दें जो बिंदु-रहित 'ख' से ज़रा अलग है और 'ख़राब' और 'ख़रीद' जैसे शब्दों से मिलता-जुलता है।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Connelly, J. N.; Bizzarro, M.; Krot, A. N.; Nordlund, A.; Wielandt, D.; Ivanova, M. A. (2012). "The Absolute Chronology and Thermal Processing of Solids in the Solar Protoplanetary Disk". Science 338 (6107): 651–655. doi:10.1126/science.1226919. PMID 23118187. edit