कोचिंग
कोचिंग (Coaching) अथवा प्रशिक्षण अथवा अनुशिक्षण विकास का एक रूप है जिसमें कोई अनुभवी व्यक्ति सीखने वाले अथवा ग्राहक को किसी विशिष्ट व्यक्तिगत अथवा पैशेवर लक्ष्य के लिए प्रशिक्षण और मार्गदर्शन देता है।[1] यह कार्य करवाने वाले अनुभवी व्यक्ति को प्रशिक्षक कहा जाता है और यह सिखने वाले को प्रशिक्षित कहा जाता है। अक्सर कोचिंग शब्द दो व्यक्तियों के मध्य के उस अनौपचारिक सम्बंध के लिए भी काम में लिया जाने वाला शब्द है जिसमें एक व्यक्ति दूसरे से अधिक अनुभव और विशेषज्ञता रखता है और दूसरे को सिखाने के लिए मार्गदर्शन और सलाह देता है; लेकिन कोचिंग शब्द परामर्शदाता अथवा सलाहकार से भिन्नता रखता है जहाँ किसी विशेष कार्य अथवा उद्देश्य पर केंद्रित किया जाता है जो अधिक सामान्य लक्ष्य अथवा पूर्णरूप से विकसित करने से विपरीत होता है।[1][2][3]
सन्दर्भ
- ↑ अ आ पासमोर, जोनाथन, संपा॰ (2016) [2006]. Excellence in Coaching: The Industry Guide (3rd संस्करण). लंदन; फ़िलाडेल्फ़िया: कोगन पेज. OCLC 927192333. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780749474461.
- ↑ रेंटन, जेन (2009). Coaching and Mentoring: What They are and How to Make the Most of Them. न्यूयॉर्क: ब्लूमबर्ग प्रेस. OCLC 263978214. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781576603307.
- ↑ चक्रवर्ती, प्रदीप (20 दिसम्बर 2011). "The Difference Between Coaching And Mentoring". फ़ोर्ब्स. अभिगमन तिथि 28 अगस्त 2023.