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कॉमनवेल्थ

कॉमनवेल्थ (Commonwealth) ब्रिटेन के इतिहास में उन राजनैतिक इकाईयों को कहा जाता था जो राजाओं-सम्राटों की बजाय साधारण नागरिकों के सर्वहित के नाम पर स्थापित हुई हो। इसमें अंग्रेज़ी गृहयुद्ध के बाद 1649–53 और 1659–60 काल में ऑलिवर क्रॉमवेल और उसके पुत्र व उत्तराधिकारी के नेतृत्व में स्थापित "इंगलैंड का कॉमनवेल्थ" भी एक उदाहरण था।[1] आधुनिक काल में यह "गणतंत्र" के बराबर माना जाता है। वर्तमान में तीन देशों के औपचारिक नाम में यह शब्द पाया जाता है: ऑस्ट्रेलिया कॉमनवेल्थ, बाहामास कॉमनवेल्थ और दोमिनिका कॉमनवेल्थ। कुछ अंग्रेज़ीभाषी देशों के राज्यों के सरकारी नामों में भी यह शब्द मिलता है, मसलन संयुक्त राज्य अमेरिका के पेनसिलवेनिया राज्य का औपचारिक नाम "पेनसिलवेनिया का कॉमनवेल्थ" (Commonwealth of Pennsylvania) है।[2]

राष्ट्रकुल

२०वीं शताब्दी में ब्रिटेन के कई भूतपूर्व उपनिवेशों को लेकर एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन बनाया गया, जिसका अंग्रेज़ी नाम "ब्रिटिश कॉमनवेल्थ" था लेकिन अब "राष्ट्रों का कॉमनवेल्थ" (Commonwealth of Nations) कहलाता है। हिन्दी में इसे राष्ट्रमण्डल या राष्ट्रकुल कहा जाता है।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ