केकय
केकय (जिसे कैकेय, कैकस या कैकेयस नाम से भी जाना जाता है) एक प्राचीन राज्य था, जो अविभाजित पंजाब से उत्तर पश्चिम दिशा में गांधा और व्यास नदी के बसा था। यहां के अधिकांश निवासी केकय जनपद के क्षत्रीय थे।[1] अतः कैकेयस कहलाते थे। कैकेय लोग प्रायः मद्र देश, उशीनर देश या शिवि प्रदेश के लोगों के संबंध में रहते थे और सभी संयुक्त रूप से वाहिका देश में आते थे। ये वर्णन पाणिनि के अनुसार है।[2] केकय देश का उल्लेख रामायण में भी आता है। राजा दशरथ की सबसे छोटी रानी कैकेयी और उनकी
दासी मंथरा केकय देश की ही थी।
भौगोलिक स्थिति
बहुत से पुराणों में कैकेय वासियों को गंधर्व, यवन, शक, परद, बाह्लीक, कंबोज, दरदास, बर्बर, चीनी, तुषार, पहलव आदि की गिनती में जोड़ा गया है। इन्हें इदीच्य के लोग कहा गया है। उदीच्य यानि उत्तरपथ की उत्तरी मंडल।[3]। केकैय ने वर्तमान झेलम, शाहपुर और गुजरात (पाकिस्तान) के क्षेत्रों में निवास किया था।[4]
केकय पंजाब में गंधार का पूर्ववर्ती प्रदेश अर्थात् आजकल के रावलपिंडी पेशावर के आसपास के प्रदेश का प्राचीन नाम। ईक्ष्वाकुवंशी राजा दशरथ की रानी कैकेयी यहीं की राजकन्या थीं। केकय राज्य की राजधानी राजगृह थी। इस राजगृह का समीकरण आधुनिक जलालपुर से किया जाता है। रामायण में इस नगर का एक दूसरा नाम 'गिरिब्रज' कहा गया है। उपनिषदों में इस प्रदेश के विख्यात शासक अश्वपति का उल्लेख मिलता है। पाणिनि की अष्टाध्यायी में इसे राजाधिष्ठित जनपद कहा गया है। महाभारत के समय यहाँ धृष्टकेतु नामक राजा राज्य करता था। ब्रह्मांड पुराण के अनुसार केकय निवासी अनार्य थे किंतु जैन साहित्य में उन्हें आर्य कहा गया है।
सन्दर्भ
- ↑ अष्टाध्यायी सूत्र अष्टम.३.२
- ↑ इंडिया ऍज़ नोन टू पाणिनि, डॉ॰वी.एस.अग्रवाल, पृ.५४
- ↑ वायु पुराण 1.45.117; ब्रह्मांड पुराण, 1.2.26.48; मार्कण्डेय पुराण, 52.37; मत्स्य पुराण (Critical), 113.42; cf स्वर्गलोक of 6.43; महाभारत (Critical ed) 4.10.47; ब्रह्मा पुराण 53.14; See: Krfel's text of the Uttarapatha countries of the Bhuvankosha
- ↑ India as Known to Panini, p 52, Dr V. S. Aggarwala; Geographical Data in Ancient Puranas, 1972, p 162, Dr M. R. Singh.
पुस्तकें और सामयिक
- महाभारत
- भागवत पुराण
- वायु पुराण
- मत्स्य पुराण
- Geographical Data in Ancient Puranas, 1972, Dr M. R. Singh
- Political History of Ancient India, 1996, Dr H. C. Raychaudhury, Dr B. N. Mukerjee
- India as Known to Panini, Dr V. S. Aggarwala
- Ancient Geography of India, A. Cunningham