कुंवारी नदी
कुंवारी नदी Kunwari River क्वारी नदी | |
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नदीमुख स्थान | |
स्थान | |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश |
ज़िला | श्योपुर, मुरैना, भिंड व इटावा |
भौतिक लक्षण | |
नदीमुख | सिन्ध नदी |
• स्थान | इटावा ज़िला, उत्तर प्रदेश |
• निर्देशांक | 26°25′52″N 79°11′08″E / 26.4312°N 79.1855°Eनिर्देशांक: 26°25′52″N 79°11′08″E / 26.4312°N 79.1855°E |
लम्बाई | 220 कि॰मी॰ (140 मील) |
जलसम्भर लक्षण | |
जलक्रम | कुंवारी → सिन्ध → यमुना → गंगा |
कुंवारी नदी (Kunwari River) या क्वारी नदी (Kwari River) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के श्योपुर, मुरैना और भिंड ज़िलों में बहने वाली एक नदी है। यह पूर्व में चम्बल नदी के सामान्तर बहती हुई उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले में सिन्ध नदी की एक उपनदी है, जो स्वयं यमुना नदी की उपनदी है।[1][2]
विवरण
इस नदी का सम्बन्ध महाभारत के समय से है सिंध नदी से उदगम कि वजह से इसे सिंध के बेटी के रूप मे मना जाता है और जिस जगह पर ये रहती थी उस जगह को सिंडोस गांव के नाम से जाना जाता था और ये गांव आज भी इटावा जिले के चकरनगर तहसील मे स्थित है। कुँवारी नदी को सिंडोस गांव मे एक देवी की तरह मानते हैं नदी के दोनों तरफ मन को लुभाने वाले जंगल हैं. कुँवारी नदी के किनारे सिंडोस गांव मे कई मदिर जैसे पारड़ी बाबा, घटवई बाबा, तथा कोरणा वाले महाराज जी प्रमुख हैं तथा इनमे सबसे प्रमुख मंदिर कुंवारी नदी के पुल के पास स्थिति हनुमान मंदिर है यह मंदिर इसलिए और भी ख़ास इसलिए है कि यहाँ हर वर्ष जनवरी माह मे मेला लगता है जिसमे बहुत तरह कि प्रतियोगिताये होती हैं जिनमे कुश्ती और नाव प्रतियोगिता प्रमुख हैं। कुआँरी नदी के दोनों तरफ फूल और सब्जी की खेती बहुत बड़ी मात्रा मे होती है आज कई गांव कुँवारी नदी के जल कि वजह से अपनी जीविका चला रहे हैं नदी का पानी बहुत ही मीठा और पीने योग्य है जो फूल और सब्जी की खेती के लिए बहुत उपयोगी है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293