कुंदन माली
कुंदन माली | |
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नागरिकता | भारत |
पेशा | लेखक |
प्रसिद्धि का कारण | आलोचना री आंख सूं |
पुरस्कार | साहित्य अकादमी पुरस्कार[1] |
कुंदन माली राजस्थानी भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक समालोचना आलोचना री आंख सूं के लिये उन्हें सन् 2007 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[2] कुंदन माली को सागर पांखी (काव्य) के लिए वर्ष 2002-03 का राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर द्वारा सूर्यमल्ल मिश्रण शिखर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[3]
सन्दर्भ
- ↑ http://sahitya-akademi.gov.in/awards/akademi%20samman_suchi.jsp#RAJASTHANI. अभिगमन तिथि 9 मार्च 2019. गायब अथवा खाली
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(मदद) - ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.
- ↑ "राजस्थान के किस साहित्यकार को राजस्थानी भाषा , साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा वर्ष 2003 के सूर्यमल्ल मिश्रण शिखर पुरस्कार से सम्मानित किया गया ? - PassingMarks". passingmarks.in. अभिगमन तिथि 2022-02-25.