कि. राजनारायणन्
| कि॰ राजानारायणन् | |
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| जन्म | 16 सितम्बर 1923 इडैसेवल, तिन्निवेली जिला, मद्रास प्रैज़िडन्सी ब्रिटिश भारत (वर्तमान में तूतुकुड़ी जिला, तमिलनाडु, भारत) | 
| मौत | 17 मई 2021 (उम्र 97) लॉस्पेट, पुदुच्चेरी, भाषा | 
| दूसरे नाम | कि॰ रा॰ | 
| भाषा | तमिल | 
| काल | 1938–2021 | 
| विधा | लघु कहानी, उपन्यास | 
| विषय | लोक-साहित्य, ग्रामीण जीवन | 
| उल्लेखनीय कामs | 
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| खिताब | साँचा:Awards | 
| जीवनसाथी | कनवथी अम्मल (वि॰ 1954; नि॰ 2019) | 
| बच्चे | 
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| वेबसाइट | |
| kirajanarayanan | |
कि॰ राजनारायणन् तमिल भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक उपन्यास गोपल्लपुरत्त मक्कळ् के लिये उन्हें सन् 1991 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]
सन्दर्भ
- ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.