किज़िल कुम रेगिस्तान
किज़िल कुम या क़िज़िल क़ुम (उज़बेक: Qizilqum; कज़ाख़: Қызылқұм; अंग्रेज़ी: Kyzyl Kum) मध्य एशिया में स्थित एक रेगिस्तान है। इसका क्षेत्रफल २,९८,००० वर्ग किमी (१,१५,००० वर्ग मील) है और यह दुनिया का ११वाँ सबसे बड़ा रेगिस्तान है। यह आमू दरिया और सिर दरिया के बीच के दोआब में स्थित है। इसका अधिकाँश हिस्सा कज़ाख़स्तान और उज़बेकिस्तान में आता है, हालांकि एक छोटा भाग तुर्कमेनिस्तान में भी पड़ता है। तुर्की भाषाओँ में 'किज़िल कुम' का मतलब 'लाल रेत' है और इस रेगिस्तान की रेतों में मिश्रित पदार्थ बहुत से स्थानों में इसे एक लालिमा देते हैं। इस से दक्षिण-पश्चिम में आमू दरिया के पार काराकुम रेगिस्तान पड़ता है जिसके नाम का अर्थ 'काली रेत' है।[1]
विवरण
किज़िल कुम का अधिकतर इलाक़ा लगभग ३०० मीटर की ऊँचाई पर स्थित मैदानी क्षेत्र है हालांकि कुछ जगहों पर ऊँचाईयाँ और द्रोणियाँ हैं। अधिकतर जगहों पर रेतीले टीले हैं, जिन्हें स्थानीय भाषा में 'बरचान' या 'बरख़ान' कहते हैं। पश्चिमोत्तर में सख़्त मिट्टी की मोती परतें हैं जिन्हें 'ताकीर' कहते हैं और जो कुछ-कुछ नमक के मैदान जैसी हैं। किज़िल कुम में आबादी नदियों और नख़्लिस्तानों (ओएसिस) के किनारे मिलती है। गर्मियों में तापमान बहुत ऊँचा जा सकता है और आमू दरिया के किनारे की केरकी नामक बस्ती में जुलाई १९८३ में ५१.७ डिग्री सेंटीग्रेड का तापमान देखा गया था।
अर्थव्यवस्था
किज़िल कुम में बहुत से खनिज हैं, जैसे कि सोना, युरेनियम, ताम्बा, अलूमिनियम, चांदी, प्राकृतिक गैस और पेट्रोल। यहाँ कि मुरुनताऊ सोने की खान मशहूर है जो १९७० के दशक में शुरू हुई थी। यहाँ का इलाक़ा बहुत विशाल और ख़ाली है और जगह-जगह पर झाड़ी और जंगली घासें हैं, इसलिए यहाँ के स्थानीय लोग मवेशी पालन में भी जुटे हुए हैं। नवोई, ज़रफ़शान शहर और उचकुदुक शहर उद्योग के मुख्य केंद्र हैं।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Climate change and terrestrial carbon sequestration in Central Asia, R. Lal, Psychology Press, 2007, ISBN 978-0-415-42235-2, ... The Karakum ('Black Sand' in Turkic) desert occupies 70% of Turkmenistan and is, with 350000 km2 one of the world's largest sand deserts. The Kyzylkum ('Red Sand') desert, with an area of about 300000km2 in both Uzbekistan and Kazakhstan ...