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काला टीका (धारावाहिक)

काला टीका
शैलीनाटक
मूल देशभारत
मूल भाषा(एँ)हिन्दी
सीजन की सं.2
एपिसोड की सं.406
उत्पादन
निर्माताटोनी सिंह
दीया सिंह
उत्पादन स्थानमुंबई, महाराष्ट्र, भारत
संपादकरौनक आहूजा
अंशुल आहूजा
कैमरा स्थापनबहु-कैमरा
प्रसारण अवधिलगभग 24 मिनट
उत्पादन कंपनीडीजे क्रिएटिव
मूल प्रसारण
नेटवर्कज़ी टीवी
प्रसारणनवम्बर 2, 2015 (2015-11-02) –
अप्रैल 14, 2017 (2017-04-14)

काला टीका एक भारतीय हिन्दी धारावाहिक है, जिसका प्रसारण ज़ी टीवी पर 2 नवम्बर 2015 से 14 अप्रैल 2017 तक सोमवार से शुक्रवार रात 7 बजे देता था।[1][2]

कहानी

मिथिला नामक एक नगर में गंगा नदी के पास विश्ववीर झा नामक एक व्यक्ति रहता है, जिसका एक लक्ष्य अपनी बेटी गौरी को सुरक्षित रखना रहता है। उसे एक दिन पता चलता है कि एक बच्ची उसकी बेटी को श्राप से बचा सकती है। वह उसे "काली" को गोद ले लेता है। जिस तरह काला टीका रक्षा करता है, उसी प्रकार काली गौरी की रक्षा करती इस कारण उसका उसे गौरी का काला टीका भी कहते हैं।

पाँच साल बाद

काली (सरगम खुराना) लगातार गौरी (अदा नारंग) को हर तरह से बचाते रहती है। विश्ववीर की एकलौती बेटी होने के कारण गौरी को सभी सुख मिलते हैं, वहीं काली की विश्ववीर ठीक तरीके से देखरेख तक नहीं करता है। विश्ववीर की पहली पत्नी, मंजिरी झा (दलजीत कौर) की कोई संतान नहीं होती और वो काली को अपनी बेटी की तरह पालती है।

कल्याणी कई साल पहले घटे किसी हादसे के कारण विश्ववीर से बदला लेना चाहती है। वो इसके लिए उसकी बेटी गौरी को मारने की योजना बनाती है, पर उससे पहले उसे काली को मारना होता है, ताकि वो गौरी को बचा न सके, लेकिन काली बच जाती है और ये बात मंजिरी को बता देती है।

जब काली और मंजिरी इस बात को लेकर कल्याणी से बहस करते रहते है, उनके बीच झगड़ा शुरू हो जाता है और कल्याणी के हाथों से मंजिरी की हत्या हो जाती है। कल्याणी उसकी मौत को ऐसा दिखाने की कोशिश करती है कि काली ने उसे मारा है। काली कहीं गौरी से दूर न हो जाये, इस कारण विश्ववीर उसका दोष अपने सर ले लेता है और 14 साल के लिए जेल चले जाता है।

14 साल बाद

Dhiraj maurya 14 साल बाद space

सन्दर्भ

  1. "Kaala Teeka coming soon on Zee TV" (अंग्रेज़ी में). ज़ी टीवी. मूल से 25 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 अक्टूबर 2015.
  2. "काला टीका में नकारात्मक किरदार में नजर आयेंगी मीता". दैनिक ट्रिब्यून. अभिगमन तिथि 21 अक्टूबर 2015.

बाहरी कड़ियाँ