कानाईमा राष्ट्रीय उद्यान
कानाईमा राष्ट्रीय उद्यान | |
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आईयूसीएन श्रेणी द्वितीय (II) (राष्ट्रीय उद्यान) | |
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अवस्थिति | बोलिवर राज्य, वेनेजुएला |
क्षेत्रफल | 30,000 किमी² |
स्थापित | 12 जून 1962 |
प्रकार: | प्राकृतिक |
मापदंड: | vii, viii, ix, x |
अभिहीत: | 1994 (18वीं सत्र) |
सन्दर्भ क्रमांक | 701 |
राष्ट्र पार्टी: | वेनेजुएला |
क्षेत्र: | दक्षिण अमेरिका और कैरिबिया |
कानाईमा राष्ट्रीय उद्यान (स्पैनिश: Parque Nacional Canaima), वेनेजुएला के दक्षिण-पूर्व में 30000 किमी² क्षेत्र में फैला और ब्राजील और गुयाना की सीमाओं से सटा एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह बोलिवर राज्य में स्थित है और लगभग संपूर्ण उद्यान ही ग्रान सबाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। कानाईमा राष्ट्रीय उद्यान को 1994 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
उद्यान की स्थापना 12 जून 1962 को की गयी थी और यह वेनेजुएला का पारिमा तापिरापेको राष्ट्रीय उद्यान (स्पैनिश: Parque Nacional Parima Tapirapecó) के बाद दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। यह दुनिया का छठा सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है और इसका क्षेत्रफल बेल्जियम या मैरीलैंड के बराबर है।
उद्यान का 65% हिस्सा प्रस्तरीय पठार जिन्हें टेपुई कहते हैं से घिरा है। यह क्षेत्र भूवैज्ञानिक रूप से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है और एक अद्वितीय जैविक वातावरण उपलब्ध कराता है। इसकी खड़ी चट्टानें और जलप्रपात, जिनमें 1002 मीटर ऊंचा विश्व का सबसे ऊंचा जलप्रपात, एन्जिल जलप्रपात शामिल है, एक शानदार परिदृश्य उपलब्ध कराते हैं।
उद्यान के सबसे प्रसिद्ध टेपुईयों में रोराइमा पर्वत और ऑयनटेपुई हैं। जहां रोराइमा पर्वत यहां का सबसे ऊंचा पर्वत है और जिसका आरोहण अपेक्षाकृत सरल है, वहीं ऑयनटेपुई विश्व के सबसे ऊंचे जलप्रपात, एन्जिल जलप्रपात का उद्गम स्थल है। बलुआ पत्थर से निर्मित यह टेपुई बेहद प्राचीन हैं और माना जाता है कि इनका निर्माण उस समय हुआ था जब दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका दोनों एक ही विशाल महाद्वीप का हिस्सा थे।
उद्यान आदिवासी जनजाति पेमॉन लोगों का घर है, जो कैरिब भाषाई समूह से संबंधित हैं। पेमॉन लोगों का टेपुई के साथ एक अंतरंग संबंध है और उनका विश्वास है कि यह 'मावारी’ आत्माओं का घर हैं। उद्यान अपेक्षाकृत दूरदराज के क्षेत्र में पड़ता है और केवल कुछ सड़कें ही इसे शहरों से जोड़ती हैं। उद्यान के भीतर का अधिकांश परिवहन छोटे विमानों जिनकी हवाई पट्टियों को विभिन्न कैप्युषीन मिशनों द्वारा बनाया गया है, पैदल या फिर डोंगियों द्वारा किया जाता है। पेमॉन लोगों द्वारा कुछ बुनियादी और शानदार शिविरों का निर्माण किया गय है, जिनमें मुख्य रूप से दुनिया भर से आने वाले पर्यटक ठहरते है।
चित्रों
- कुकैनान पहाट, रौरैम पहाट
- कनैम लगूण
- कनैमा लैगून और उकीमा झरने
- कुकैनान सूर्यास्र
- जास्पर क्रीक्क्
- रौरैम पहाट
- कवाक गुफाएँ
- कुकैनान तेपुली
- ल ग्रान सबान
- कनैम टेपुलि
- कुल्हाड़ी गिर जाती है
- चिनाक्-मॆरू
- रौरैम पहाट
- कमा जलपात
- कनैम जलपात
- एल हचा और उकीमा गिरता है। कैराओ नदी और कनैमा लैगून
- कुकैनान तेपुली
- कुकैनान तेपुली