करणकुतूहल
करणकुतूहल, भास्कराचार्य द्वारा लिखित एक गणित ग्रन्थ है। भास्कराचार्य अपने समय के सुप्रसिद्ध गणितज्ञ थे। करणकुतूहल से पहले इन्होनें सिद्धान्त शिरोमणि नामक एक और ग्रन्थ की रचना की थी।[1]
करणकौतूहल में खगोलवैज्ञानिक गणनाएँ हैं। पंचांग आदि बनाने के समय इसे अवश्य देखा जाता है।
संरचना
इस ग्रन्थ में निम्नलिखित अध्याय हैं-
- नभोग-मध्य-साधन
- स्फुटक्रिया
- त्रि-प्रश्न
- शशांकपर्वसाधन
- रविग्रहसाधन
- ग्रहोदयास्त-साधन
- शृंगोन्नतिप्रसाधन
- ग्रहोत्त्थ-योग-साधन
- पटसाधन
- रवीन्दु-पर्व-सम्भव
- निरादर्क-विचार
सन्दर्भ
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 19 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जून 2014.
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- करणकुतूहलम् (संस्कृत विकिस्रोत)