कंप्यूटर स्मृति
कंप्यूटर स्मृति या मैमोरी का कार्य किसी भी निर्देश, सूचना अथवा परिणाम को संचित करके रखना होता है। कम्प्यूटर के सी.पी.यू. में होने वाली समस्त क्रियायें सर्वप्रथम स्मृति में जाती है। यह एक प्रकार से कम्प्यूटर का संग्रहशाला होता है।[1] मेमोरी कम्प्यूटर का अत्यधिक महत्वपूर्ण भाग है जहां डाटा, सूचना और प्रोग्राम प्रक्रिया के दौरान स्थित रहते हैं और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपलब्ध होते हैं।
प्रकार
प्रयोग के आधार पर भी ये दो प्रकार की होती हैं:
मुख्य स्मृति
मुख्य स्मृति या मेन मेमोरी कंप्यूटर के हृदय यानि माइक्रोप्रोसेसर या मदरबोर्ड के अंदर लगी रहती है। इसे प्राथमिक भंडारण इकाई या प्राइमरी स्टोरेज युनिट भी कहते हैं। एक्सेस के आधार पर ये भी दो प्रकार की होती हैं:
रैम
रैम यानि रैंडम एक्सैस मैमोरी एक कार्यकारी मैमोरी होती है। यह तभी काम करती है जब कम्प्यूटर कार्यशील रहता है। कम्प्यूटर को बन्द करने पर रैम में संग्रहित सभी सूचनाऐं नष्ट हो जाती हैं। कम्प्यूटर के चालू रहने पर प्रोसेसर रैम में संग्रहित आंकड़ों और सूचनाओं के आधार पर काम करता है। इस स्मृति पर संग्रहित सूचनाओं को प्रोसेसर पढ़ भी सकता है और उनको परिवर्तित भी कर सकता है।
रोम
रोम यानि मोटा पाठ में संग्रहित सूचना को केवल पढ़ा जा सकता है उसे परिवर्तित नहीं किया जा सकता। कम्प्यूटर के बंद होने पर भी रौम में सूचनाऐं संग्रहित रहती हैं नष्ट नहीं होती।
गौण स्मृति
गौण स्मृति या ऑक्ज़िलरी स्टोरेज युनिट। इसे सहायक भंडारण इकाई या सेकेण्डरी स्टोरेज युनिट भी कहते हैं।
स्थायी या अस्थायी मेमोरी
वह मेमोरी यूनिट जिसमे विद्युत् सप्लाई बंद हो जाने पर भी डाटा बना रहता है। स्थिर या स्थाई मेमोरी कहलाता है ,परन्तु जिस मेमोरी यूनिट में विद्युत् सप्लाई बंद हो जाने पर संग्रहित डाटा नष्ट हो जाता है अस्थिर या अस्थाई मेमोरी कहलाता है। सामान्यत: प्राथमिक मेमोरी अस्थायी होता है, जबकि स्थायी मेमोरी होता है।
लेकिन रोम इसका अपवाद है जो एक स्थायी प्राथमिक मेमोरी है। क्योकि इसमे स्टोर सूचनाये विद्युत् सप्लाई बंद होने पर भी कभी नहीं बदलती।
सन्दर्भ
- ↑ कम्प्यूटर के विभिन्न हार्डवेयर Archived 2010-02-09 at the वेबैक मशीन। तकनीक.कॉम। ५ जून २००८। कमल
बाहरी कड़ियाँ
कंप्यूटर के मूलभूत घटक