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ऑस्ट्रिया

Republik Österreich (जर्मन)
Republic of Austria

ऑस्ट्रिया गणराज्य
ध्वजकुल चिह्न
राष्ट्रवाक्य: कोई नहीं है
राष्ट्रगान: लांट डेर बैर्गे, लांट आम स्ट्रोम (जर्मन)
("पहाड़ियों का राष्ट्र, नदियों पर बसा राष्ट्र")
अवस्थिति: ऑस्ट्रिया
राजधानी
और सबसे बड़ा नगर
विएना
48°12′N 16°21′E / 48.200°N 16.350°E / 48.200; 16.350
राजभाषा(एँ)जर्मन(आधिकारिक)
स्लोवेनियाई (स्थानीय) क्रोएशिएन;(स्थानीय) हंगेरियन;(स्थानीय)
ऑस्ट्रियाई संकेत भाषा;
निवासीऑस्ट्रियन
सरकारगणराज्य
 - राष्ट्रपतिहेंज फिशर
 - चांसलरवर्नर फैमन
स्वतंत्रता
 - ऑस्ट्रियन राज्य संधि प्रभाव में27 जुलाई 1955 (डची: 1156, ऑस्ट्रियाई साम्राज्य: 1804, पहला ऑस्ट्रियाई गणराज्य: 1918−1938, दूसरा गणराज्य 1945 से) 
क्षेत्रफल
 - कुल83,883 km2 (112वां)
 - जल (%)1.3
जनसंख्या
 - 2005 जनगणना82,06,524 (86वां)
 - 2023 जनगणना91,04,772
सकल घरेलू उत्पाद (पीपीपी)2005 प्राक्कलन
 - कुल$267 अरब (35वां)
 - प्रति व्यक्ति$32,962 (9वां)
मानव विकास सूचकांक (2003)0.936
बहुत उच्च · 17वां
मुद्रायूरो¹ (€)
समय मण्डलसीईटी (यू॰टी॰सी॰+1)
 - ग्रीष्मकालीन (दि॰ब॰स॰)सीईएसटी (यू॰टी॰सी॰+2)
दूरभाष कूट43
इंटरनेट टीएलडी.at
¹ 2002 से पहले: ऑस्ट्रियन शिलिंग

ऑस्ट्रिया (जर्मन: Österreich एओस्तेराइख़, अर्थात पूर्वी राज्य) मध्य यूरोप में स्थित एक स्थल रुद्ध देश है। इसकी राजधानी वियना है। इसकी (मुख्य- और राज-) भाषा जर्मन भाषा है। यूरोपीय संघ के इस देश की मुद्रा यूरो है। इसकी सीमाएं उत्तर में जर्मनी और चेक गणराज्य से, पूर्व में स्लोवाकिया और हंगरी से, दक्षिण में स्लोवाकिया और इटली और पश्चिम में स्विटजरलैंड और लीश्टेनश्टाइन से मिलती है।

आस्ट्रिया का इतिहास बहुत पुराना है। लौहयुग में यहाँ इलिरियन लोग रहते थे। रोमनों ने देश पर कब्ज़ा कर लिया और संस्कृति पर प्रभाव डाला। इस देश का उद्भव नौवीं शताब्दी के दौरान ऊपरी और निचले हिस्से में आबादी के बढ़ने के साथ हुआ। Ostarrichi शब्द का पहले पहल इस्तेमाल 996 में प्रकाशित आधिकारिक लेख में किया गया, जो बाद में Österreich एओस्तेराइख़ में बदल गया।

देश के एक बड़े हिस्से पर आल्प्स का प्रभुत्व है। इस पर्वतीय क्षेत्र का पश्चिमी भाग विशेष रूप से पहाड़ी है और इसमें सबसे ऊँचा पर्वत, ग्रोसग्लॉकनर (3,798 मीटर) शामिल है। पूर्वी भाग में पहाड़ियाँ अधिक ऊँची नहीं हैं। डैन्यूब नदी के उत्तर-पूर्व में पश्चिम से पूर्व (330 किमी लंबी) की ओर बहती है। देश की सभी नदियाँ जैसे एन्स, द्रौ आदि डेन्यूब की सहायक नदियाँ हैं। पश्चिमी सीमा पर कोन्स्टान्ज़ झील, दक्षिण-पूर्व में न्यूसिडल झील, उत्तर में अटेरसी झील आदि झीलें देश की प्राकृतिक सुंदरता को रेखांकित करती हैं।

ऑस्ट्रिया की जलवायु विषम है। यह गर्मियों में थोड़ा अधिक गर्म और सर्दियों में थोड़ा ठंडा होता है। कभी-कभी पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण बारिश हो सकती है। अल्पाइन ढलानों पर प्रचुर वर्षा होती है, लेकिन निचले भागों में कम वर्षा होती है।

यहाँ की वनस्पति तथा पशु मध्ययूरोपीय जाति के हैं। यहाँ देश के ३८ प्रतिशत भाग में जंगल हैं जिनमें ७१ प्रतिशत चीड़ जाति के, १९ प्रतिशत पतझड़ वाले तथा १० प्रतिशल मिश्रित जंगल हैं। आल्प्स के भागों में स्प्रूस (एक प्रकार का चीड़) तथा देवदारु के वृक्ष तथा निचले भागों में चीड़, देवदारु तथा महोगनी आदि जंगली वृक्ष पाए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि आस्ट्रिया का प्रत्येक दूसरा वृक्ष सरो है। इन जंगलों में हिरन, खरगोश, रीछ आदि जंगली जानवर पाए जाते हैं।

देश के कुल क्षेत्रफल का 29 प्रतिशत भाग कृषि के लिए उपयोग किया जाता है और 30 प्रतिशत चारागाह है। वन देश की बहुत बड़ी संपदा हैं। लकड़ी निर्यातक देशों में ऑस्ट्रिया छठे स्थान पर है।

ईजबर्ग पहाड़ के आसपास लोहे तथा कोयले की खानें हैं। शक्ति के साधनों में जलविद्युत ही प्रधान है। खनिज तैल भी निकाला जाता है। यहां नमक, ग्रैफाइट तथा मैगनेसाइट पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। मैगनेसाइट तथा ग्रैफाइट के उत्पादन में आस्ट्रिया का संसार में क्रमानुसार दूसरा तथा चौथा स्थान है। तांबा, जस्ता तथा सोना भी यहां पाया जाता है। इन खनिजों के अतिरिक्त अनुपम प्राकृतिक दृश्य भी देश की बहुत बड़ी संपत्ति हैं।

ऑस्ट्रिया की कृषि सीमित है क्योंकि पर्वतीय क्षेत्रों में यह अधिक कठिन है। सबसे उपजाऊ क्षेत्र डैन्यूब की पार्श्ववर्ती भूमि (विना का दोआबा) तथा वर्जिनलैंड है। यहां की मुख्य फसलें राई, जई (ओट), गेहूँ, जौ तथा मक्का हैं। आलू तथा चुकंदर यहां के मैदानों में पर्याप्त पैदा होते हैं। नीचे भागों में तथा ढालों पर चारेवाली फसलें पैदा होती हैं। इनके अतिरिक्त देश के विभिन्न भागों में तीसी, तेलहन, सन तथा तंबाकू पैदा किया जाता है। पर्वतीय फल तथा अंगूर भी यहाँ होता है। पहाड़ी क्षेत्रों में पहाड़ों को काटकर सीढ़ीनुमा खेत बने हुए हैं। उत्तरी तथा पूर्वी भागों में पशुपालन होता है तथा यहाँ से वियना आदि शहरों में दूध, मक्खन तथा चीज़ पर्याप्त मात्रा में भेजा जाता है। जोरारलबर्ग देश का बहुत बड़ा संघीय पशुपालन केंद्र है। यहां बकरियां, भेड़ें तथा सुअर पर्याप्त पाले जाते हैं जिनसे मांस, दूध तथा ऊन प्राप्त होता है।

आस्ट्रिया की औद्योगिक उन्नति महत्वपूर्ण है। लोहा, इस्पात तथा सूती कपड़ों के कारखाने देश में फैले हुए हैं। रासायनिक वस्तुएँ बनाने के बहुत से कारखाने हैं। यहाँ धातुओं के छोटे मोटे सामान, वियना में विविध प्रकार की मशीनें तथा कलपुर्जे बनाने के कारखाने हैं। लकड़ी के सामान, कागज की लुग्दी, कागज एवं वाद्यतंत्र बनाने के कारखाने यहां के अन्य बड़े धंधे हैं। जलविद्युत् का विकास खूब हुआ है। देश को पर्यटकों का भी पर्याप्त लाभ होता है।

पहाड़ी देश होने पर भी यहाँं सड़कों (कुल सड़कें ४१,६४९ कि.मी.) तथा रेलवे लाइनों (५,९०८ कि.मी.) का जाल बिछा हुआ है। वियना यूरोप के प्राय: सभी नगरों से संबद्ध है। यहां छह हवाई अड्डे हैं जो वियना, लिंज़, सैल्बर्ग, ग्रेज, क्लागेनफर्ट तथा इंसब्रुक में हैं। यहां से निर्यात होनेवाली वस्तुओं में इमारती लकड़ी का बना सामान, लोहा तथा इस्पात, रासायनिक वस्तुएं और कांच मुख्य हैं।

विभिन्न विषयों की उच्चतम शिक्षा के लिए आस्ट्रिया का बहुत महत्व है। वियना, ग्रेज, लिंज़ तथा इंसब्रुक में संसारप्रसिद्ध विश्वविद्यालय हैं।

ऑस्ट्रिया कला और संस्कृति का देश है। विश्व-प्रसिद्ध संगीतकार ऑस्ट्रिया से आते हैं, जैसे वोल्फगैंग अमाडेस मोजार्ट।

आस्ट्रिया में गणतंत्र राज्य है। यूरोप के ३६ राज्यों में, विस्तार के अनुसार, आस्ट्रिया का स्थान १९वाँ है। यह नौ प्रांतों में विभक्त है। वियना प्रांत में स्थित वियना नगर देश की राजधानी है। आस्ट्रिया की संपूर्ण जनसंख्या का १/४ भाग वियना में रहता है जो संसार का २२वाँ सबसे बड़ा नगर है। अन्य प्रमुख शहरों में ग्राज़, लिंज़, साल्ज़बर्ग, इंसब्रुक और क्लागेनफ़र्ट शामिल हैं।

अधिकांश आस्ट्रियावासी काकेशीय जाति के हैं। कुछ आलेमनों तथा बवेरियनों के वंशज भी हैं। देश सदा से एक शासक देश रहा है, अत: यहां के निवासी चरित्रवान् तथा मैत्रीपूर्ण व्यवहारवाले होते हैं। यहाँ की मुख्य भाषा जर्मन है।

आस्ट्रिया का इतिहास बहुत पुराना है। लौहयुग में यहाँ इलिरियन लोग रहते थे। सम्राट् आगस्टस के युग में रोमन लोगों ने देश पर कब्जा कर लिया था। हूण आदि जातियों के बाद जर्मन लोगों ने देश पर कब्जा कर लिया था (४३५ ई.)। जर्मनों ने देश पर कई शताब्दियों तक शासन किया, फलस्वरूप आस्ट्रिया में जर्मन सभ्यता फैली जो आज भी वर्तमान है। १९१९ ई. में आस्ट्रिया वासियों की प्रथम सरकार हैप्सबर्ग राजसत्ता को समाप्त करके, समाजवादी नेता कार्ल रेनर के प्रतिनिधित्व में बनी। १९३८ ई. में हिटलर ने इसे महान् जर्मन राज्य का एक अंग बना लिया। द्वितीय विश्वयुद्ध में इंग्लैंड आदि देशों ने आस्ट्रिया को स्वतंत्र करने का निश्चय किया और १९४५ ई. में अमरीकी, ब्रितानी, फ्रांसीसी तथा रूसी सेनाओं ने इसे मुक्त करा लिया। इससे पूर्व अक्टूबर, १९४३ ई. की मास्को घोषणा के अंतर्गत ब्रिटेन, अमरीका तथा रूस आस्ट्रिया को पुन: एक स्वतंत्र तथा प्रभुसत्तासंपन्न राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित कराने का अपना निश्चय व्यक्त कर चुके थे। २७ अप्रैल, १९४५ को डा. कार्ल रेनर ने आस्ट्रिया में एक अस्थायी सरकार की स्थापना की जिसने १९२०-२९ ई. के संविधान के अनुरूप आस्ट्रियाई गणतंत्र को पुन: प्रतिष्ठित किया। आस्ट्रिया की उक्त जनतांत्रिक सरकार को चारों मित्रराष्ट्रों की नियंत्रण परिषद् (कंट्रोल काउंसिल) ने २० अक्टूबर, १९४५ ई. को मान्यता दे दी। किंतु देश को वास्तविक स्वतंत्रता २७ जुलाई, १९५५ ई. को मिली जब ब्रिटेन, अमरीका, रूस तथा फ्रांस के साथ हुई आस्ट्रियन स्टेट संधि (१५ मई, १९५५ ई.) लागू की गई और बलात् अधिकार करनेवाली विदेशी सेनाएं वापस चली गईं।

वियना के भूतपूर्वू लार्ड मेयर फ्ऱांज जोनास २३ मई, १९६५ को आस्ट्रियाई गणतंत्र के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए और २५ अप्रैल, १९७१ को पुन: इन्हें ही राष्ट्रपति के पद पर चुन लिया गया जबकि इनके प्रतिद्वंद्वी कुर्ट बाल्ढीम असफल रहे। १० अक्टूबर, १९७१ को राष्ट्रीय असेंबली के चुनाव संपन्न हुए जिसमें ९३ समाजवादी, ८० पीपुल्स पार्टी और १० फ्रीडम पार्टी के प्रतिनिधि चुने गए।

यह भी देखिए

सन्दर्भ