ऑयनटेपुई
ऑयनटेपुई | |
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उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 2,535 मी॰ (8,317 फीट) |
सूचीयन | देश का उच्चतम बिंदु चरम |
निर्देशांक | 05°54′01″N 62°32′29″W / 5.90028°N 62.54139°Wनिर्देशांक: 05°54′01″N 62°32′29″W / 5.90028°N 62.54139°W |
भूगोल | |
ऑयनटेपुई वेनेजुएला के दक्षिण में ऑयनटेपुई की स्थिति | |
स्थान | वेनेजुएला |
मातृ श्रेणी | गुयाना अधित्यका |
आरोहण | |
प्रथम आरोहण | 1937 में जिमी एन्जिल, उसकी पत्नी और दो सहयात्री। |
सरलतम मार्ग | पैदल |
ऑयनटेपुई, वेनेजुएला के दक्षिण में कानाईमा राष्ट्रीय उद्यान में स्थित एक 2535 मीटर ऊँचा टेपुई या पठारी पर्वत है। स्थानीय पेमॉन भाषा में इसका अर्थ "शैतान का पहाड़" है और यह सबसे विशाल टेपुई है हालांकि यह सबसे ऊँचा टेपुई नहीं है। सबसे ऊँचा टेपुई होने का गौरव रोराइमा पर्वत को मिला हुआ है। 700 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाला यह टेपुई गुयाना अधित्यका में स्थित है। भौगोलिक रूप से यह पर्वत वेनेजुएला के बोलिवर राज्य के ग्रान सबाना क्षेत्र में पड़ता है।
ऑयनटेपुई विश्व के उच्चतम जलप्रपात एन्जिल जलप्रपात का उद्गम स्थल है। इस जलप्रपात की ऊँचाई 979 मीटर है और इसका निरंतर उतरान 807 मीटर का है। विश्व प्रसिद्ध नियाग्रा जलप्रपात से यह 19 गुणा अधिक ऊँचा है।
खोज
ऑयनटेपुई को अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि तब मिली जब इसकी खोज अकस्मात 1933 में स्वर्ण अयस्क की खोज पर निकले एक बुश पायलट जिमी एन्जिल ने की। इसके चार साल बाद 1937 में एन्जिल अपनी पत्नी और दो सहयात्रियों के साथ यहां दोबारा लौटे और उन्होने अपने फ्लैमिंगो विमान को इस पहाड़ की चोटी पर उतारने का प्रयास किया। इस प्रयास में एन्जिल का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया पर सभी यात्री सकुशल बच गये। एन्जिल और बाकी तीनों यात्रियों ने इसके बाद पहाड़ से नीचे उतरना शुरु किया और लगभग 11 दिन के बाद वो एक स्थानीय गांव में पहुँचने में सफल रहे। आज इस पर्वत से गिरने वाले विश्व के सर्वोच्च जलप्रपात को जिमी एन्जिल के नाम पर "एन्जिल जलप्रपात" के नाम से जाना जाता है जिसने एन्जिल को अमर कर दिया है।