ऐहोले का दुर्गा मंदिर
| दुर्गा मन्दिर | |
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| धर्म संबंधी जानकारी | |
| सम्बद्धता | हिन्दू धर्म | 
| अवस्थिति जानकारी | |
| अवस्थिति | ऐहोले | 
| ज़िला | बागलकोट | 
| राज्य | कर्नाटक | 
| देश | भारत | 
|   कर्नाटक में ऐहोले की स्थिति   ऐहोले का दुर्गा मंदिर (कर्नाटक) | |
| भौगोलिक निर्देशांक | 16°1′14.4″N 75°52′55″E / 16.020667°N 75.88194°Eनिर्देशांक: 16°1′14.4″N 75°52′55″E / 16.020667°N 75.88194°E | 
| वास्तु विवरण | |
| निर्माता | चालुक्य राजवंश | 
| निर्माण पूर्ण | ७वीं शताब्दी के अन्तिम भाग से लेकर ८वीं शताब्दी के प्रारम्भिक काल में | 
ऐहोले का दुर्गा मंदिर, भारत के कर्नाटक राज्य के ऐहोले नामक स्थान पर स्थित एक मन्दिर है जिसका निर्माण ७वीं-८वीं शताब्दी में हुआ थ। यह मन्दिर मूलतः एक सूर्य मन्दिर था। इस मन्दिर में शैव, वैष्णव, शाक्त और वैदिक देवी-देवताओं के बड़े-बड़े चित्र हैं।[1]
यह मन्दिर वस्तुतः सूर्य मन्दिर है किन्तु अब इसको 'दुर्गा मन्दिर' कहा जाने लगा है जो 'दुर्ग' शब्द से आया है। वास्तव में १३वीं शताब्दी में जब हिन्दू राज्यों और इस्लामी सल्तनतों के बीच युद्ध की स्थिति थी तब इस मन्दिर के ऊपर एक दुर्ग जैसी संरचना का निर्माण किया गया। यह मन्दिर १९वीं शताब्दी तक इसी रूप में बचा रहा जब पुनः इसका पता चला। यह दुर्गा मन्दिर, पर्यटकों के लिये अकर्षण का प्रमुख केन्द्र है। इसको विश्व धरोहर घोषित करने के लिये यूनेस्को से आवेदन किया गया है।[2]
सन्दर्भ
- ↑ M. A. Dhaky & Michael W. Meister 1983, पृ॰प॰ 49–52.
- ↑ "Evolution of Temple Architecture – Aihole-Badami- Pattadakal". UNESCO. 2004. अभिगमन तिथि 21 October 2015.