ऐनेगुंडी
ऐनेगुंडी | |
— village — | |
![]() ![]() ![]() | |
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |
देश | ![]() |
राज्य | कर्नाटक |
जनसंख्या | 3,497 (2001 के अनुसार [update]) |
लिंगानुपात | 1010 ♂/♀ |
साक्षरता | 45% |
निर्देशांक: 15°21′9″N 76°29′30″E / 15.35250°N 76.49167°E
ऐनेगुण्डी (कन्नड़: ಆನೆಗುಂದಿ), (तेलुगु: ఆనేగుంది) कर्नाटक के कोप्पल जिला के गंगावती तालुक का एक ग्राम है।[1] यह यूनेस्को घोषित विश्व धरोहर स्थल हम्पी का ही एक भाग है और उससे मात्र ३ कि.मी दूर है।
ऐनेगुण्डी का हम्पी के इतिहास के साथ बहुत घनिष्ट सम्बन्ध है। मध्यकालीन भारत में हम्पी को विजयनगर साम्राज्य की राजधानी के रूप में चुना गया था। परन्तु, विद्यारण्य स्वामी, जिनकी प्रेरणा से इस साम्राज्य की नीव रखी गयी थी, ऐसा माना जाता है इसी क्षेत्र की पहाड़ियों में निवास करते थे।
साम्राज्य के शुरुवात पर, हरिहर और बुक्का राया - दोनों भाइयों ने अपने राजधानी को सुरक्षा कारणों से तुंगभद्रा नदी के दक्षिण में स्थित हम्पी नगरी को चुना ताकि उत्तर के आक्रमणों से प्राकृतिक सुरक्षा मिल पाए।
रामायण की किष्किंधा काण्ड भी इसी क्षेत्र में घटित हुई थी। इस क्षेत्र का हिन्दू धर्म से भी गहरा नाता है। यहाँ हनुमान जी के जन्मस्थान और प्रसिद्द पाम्पा सरोवर स्थित हैं जहाँ पहली बार श्री राम और उनके भाई लक्ष्मण पहली बार हनुमान जी से मिले थे।
सन्दर्भ
- ↑ "The Hindu - Anegundi bracing itself to charm tourists". मूल से 28 अगस्त 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 फ़रवरी 2011.
- जनसंख्या:[1]
बाहरी कड़ियाँ
सन्दर्भ
- ↑ "बेल्लारी के आधिकारिक जालस्थल पर" (PDF). मूल (PDF) से 9 अप्रैल 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 फ़रवरी 2011.