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एरिक क्रिस्चन क्लेमेंसन

एरिक क्रिस्चन क्लेमेंसन प्रसिद्ध डच रसायनज्ञ थे। वे पहले फार्मशिष्ट भी रह चुके थे। उन्होंने १९१२ ई. में क्लीमेन्सन अपचयन अभिक्रिया की खोज की। इस अपचयन अभिक्रिया में ऐल्डिहाइड एवं कीटोनो को एल्केन समूह में बदला जा सकता है। एल्डिहाइड एवं कीटोन का कार्बोनिल समूह अमलगमित जिंक एवं सांद्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल द्वारा अभिक्रिया के साथ गरम करने पर एल्केन समूह में परिवर्तित हो जाते हैं