एंड्रू वैल्स
एंड्रू वाइल्स (अंग्रेज़ी: Andrew Wiles, जन्म: ११ अप्रैल १९५३) एक ब्रिटिश गणितज्ञ है जिन्होंने १९९४ में फर्मा का अंतिम प्रमेय साबित किया था।
जन्म और शिक्षा
वाइल्स का जन्म कैम्ब्रिज, इंग्लैंड में हुआ था । उन्हें १९७४ में ऑक्सफ़र्ड विश्वविद्यालय से बीए मिले और 19८० में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पीएचडी मिल गए। [1]
फर्मा का अंतिम प्रमेय का प्रमाण
वाइल्स बडी गणित समसयाओं के लिए कोई अजनबी नहीं थे: उनका पीएचडी शोधलेख बर्च और स्विन्नरटन-डैयर अनुमान के बारे में था जो अब एक सहस्राब्दी पुरस्कार समस्या है।[2]
१९९४ में वाइल्स ने मौड्युलैरिटी प्रमेय (en:Modularity theorem) का एक हिस्सा साबित की जिसका एक परिणाम फर्मा का अंतिम प्रमेय है। इसके लिए उन्हें 1998 में इंटरनेशनल मैथमेटिकल यूनियन (आईएमयू) से एक चाँदी की पट्टिका सम्मानित किया गया था और २०१६ में एबेल पुरस्कार सम्मानित किया गया था। [3][4]
सन्दर्भ
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 22 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 दिसंबर 2018.
- ↑ "Andrew Wiles - The Mathematics Genealogy Project". www.genealogy.math.ndsu.nodak.edu. मूल से 2 जनवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-01-01.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 26 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 दिसंबर 2018.
- ↑ "Sir Andrew J. Wiles receives the Abel Prize". 15 मार्च 201६. मूल से 26 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 दिसंबर 2018.