ईद उल-फ़ित्र
عيد الفطر (ʻĪd al-Fiṭr) उपवासों के बाद त्यौहार | |
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ईद अल फ़ित्र की नमाज | |
आधिकारिक नाम | अरबी: عيد الفطر ईद उल-फ़ित्र |
अनुयायी | मुस्लिम |
प्रकार | इस्लामी |
उद्देश्य | रमजान के रोजों के बाद का त्यौहार |
उत्सव | कुटुंब, सामाजिक व सामूहिक दावत, पारंपरिक खाने, इत्र लगाना, नए कपड़े पहनना, तोहफ़े देना इत्यादी |
अनुष्ठान | ईद की नमाज़, दान धर्म |
तिथि | 1 शव्वाल |
समान पर्व | रमदान, ईद अल-अज़हा |
ईद उल-फ़ित्र या ईद उल-फितर (अरबी: عيد الفطر) मुस्लमान रमज़ान उल-मुबारक के एक महीने के बाद एक मज़हबी ख़ुशी का त्यौहार मनाते हैं। जिसे ईद उल-फ़ित्र कहा जाता है। ये यक्म शवाल अल-मुकर्रम्म को मनाया जाता है। ईद उल-फ़ित्र इस्लामी कैलेण्डर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है। इसलामी कैलंडर के सभी महीनों की तरह यह भी नए चाँद के दिखने पर शुरू होता है। मुसलमानों का त्योहार ईद मूल रूप से भाईचारे को बढ़ावा देने वाला त्योहार है। इस त्योहार को सभी आपस में मिल के मनाते है और खुदा से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं। पूरे विश्व में ईद की खुशी पूरे हर्षोल्लास से मनाई जाती है।[2][3]
इतिहास
मुसलमानों का त्यौहार ईद रमज़ान का चांद डूबने और ईद का चांद नज़र आने पर उसके अगले दिन चांद की पहली तारीख़ को मनाया जाता है। इस्लाम में दो ईदों में से यह एक है (दुसरी ईद उल जुहा या कुरबानी की ईद कहलाती है)। पहली ईद उल-फ़ितर पैगम्बर मुहम्मद ने सन 624 ईसवी में जंग-ए-बदर के बाद मनायी थी। ईद उल फित्र के अवसर पर पूरे महीने अल्लाह के मोमिन बंदे अल्लाह की इबादत करते हैं रोज़ा रखते हैं और क़ुआन करीम कुरान की तिलावत (इबादत) करके अपनी आत्मा को शुद्ध करते हैं जिसका अज्र या मजदूरी मिलने का दिन ही ईद का दिन कहलाता है जिसे उत्सव के रूप में पूरी दुनिया के मुसलमान बड़े हर्ष उल्लास से मनाते हैं[4]
ईद उल-फितर का सबसे अहम मक्सद एक और है कि इसमें ग़रीबों को फितरा देना वाजिब है जिससे वो लोग जो ग़रीब हैं मजबूर हैं अपनी ईद मना सकें नये कपड़े पहन सकें और समाज में एक दूसरे के साथ खुशियां बांट सकें फित्रा वाजिब है उनके ऊपर जो 52.50 तोला चाँदी या 7.50 तोला सोने का मालिक हो अपने और अपनी नाबालिग़ औलाद का सद्कये फित्र अदा करे जो कि ईद उल फितर की नमाज़ से पहले करना होता है।[5]
ईद भाई चारे व आपसी मेल का तयौहार है ईद के दिन लोग एक दूसरे के दिल में प्यार बढाने और नफरत को मिटाने के लिए एक दूसरे से गले मिलते हैं[6]
उपवास की समाप्ति की खुशी के अलावा इस ईद में मुसलमान अल्लाह का शुक्रिया अदा इसलिए भी करते हैं कि अल्लाह ने उन्हें महीने भर के उपवास रखने की शक्ति दी। हालांकि उपवास से कभी भी मोक्ष संभव नहीं क्योंकि इसका वर्णन पवित्र धर्म ग्रन्थो में नहीं है। पवित्र कुरान शरीफ भी बख्बर संत से इबादत का सही तरीका लेकर पूर्ण मोक्ष प्राप्त करने के लिए सर्वशक्तिमान अल्लाह की पूजा करने का निर्देश देता है।[7] ईद के दौरान बढ़िया खाने के अतिरिक्त नए कपड़े भी पहने जाते हैं और परिवार और दोस्तों के बीच तोहफ़ों का आदान-प्रदान होता है। सिवैया इस त्योहार का सबसे मत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है जिसे सभी बड़े चाव से खाते हैं।[8]
ईद के दिन मस्जिदों में सुबह की प्रार्थना से पहले हर मुसलमान का फ़र्ज़ होता है कि वो दान या भिक्षा दे। इस दान को ज़कात उल-फ़ितर कहते हैं। यह दान दो किलोग्राम कोई भी प्रतिदिन खाने की चीज़ का हो सकता है, मिसाल के तौर पे, आटा, या फिर उन दो किलोग्रामों का मूल्य भी। से पहले यह ज़कात ग़रीबों में बाँटा जाता है। उपवास की समाप्ति की खुशी के अलावा इस ईद में मुसलमान अल्लाह का शुक्रिया अदा इसलिए भी करते हैं कि अल्लाह ने उन्हें पूरे महीने के उपवास रखने की शक्ति दी। ईद के दौरान बढ़िया खाने के अतिरिक्त नए कपड़े भी पहने जाते हैं और परिवार और दोस्तों के बीच तोहफ़ों का आदान-प्रदान होता है। सिवैया इस त्योहार की सबसे जरूरी खाद्य पदार्थ है जिसे सभी बड़े चाव से खाते हैं।[9]
ईद के दिन मस्जिदों में सुबह की प्रार्थना से पहले हर मुसलमान का फ़र्ज़ है कि वो दान या भिक्षा दे। इस दान को ज़कात उल-फ़ितर कहते हैं।[10]
महत्त्व
ईद का पर्व खुशियों का त्योहार है, वैसे तो यह मुख्य रूप से इस्लाम धर्म का त्योहार है परंतु आज इस त्योहार को लगभग सभी धर्मों के लोग मिल जुल कर मनाते हैं। दरअसल इस पर्व से पहले शुरू होने वाले रमजान के पाक महीने में इस्लाम मजहब को मानने वाले लोग पूरे एक माह रोजा (व्रत) रखते हैं। रमजान महीने में मुसलमानों को रोजा रखना अनिवार्य है, क्योंकि उनका ऐसा मानना है कि इससे अल्लाह प्रसन्न होते हैं। यह पर्व त्याग और अपने मजहब के प्रति समर्पण को दर्शाता है। यह बताता है कि एक इंसान को अपनी इंसानियत के लिए इच्छाओं का त्याग करना चाहिए, जिससे कि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके।[11]
ईद उल फितर का निर्धारण एक दिन पहले चाँद देखकर होता है। चाँद दिखने के बाद उससे अगले दिन ईद मनाई जाती है। सऊदी अरब में चाँद एक दिन पहले और भारत में चाँद एक दिन बाद दिखने के कारण दो दिनों तक ईद का पर्व मनाया जाता है। ईद एक महत्वपूर्ण त्यौहार है इसलिए इस दिन छुट्टी होती है। ईद के दिन सुबह से ही इसकी तैयारियां शुरू हो जाती हैं। लोग इस दिन तरह तरह के व्यंजन, पकवान बनाते है तथा नए नए वस्त्र पहनते हैं।[12][13]
विभिन्न इलाक़ों में नाम
- असेह्नीस भाषा – उरोई राया पुआसा रोजार ईद (रोजों की ईद)
- अल्बेनियन – फ़ितेर बज्रामी, बज्रामी इ मद (बड़ी ईद)
- अरबी – عيد الفطر ईद उल-फ़ित्र
- असोमी-ৰোজাৰ ঈদ,ঈদুল ফিতাৰ/Razar Eid, ईद उल-फ़ित्र
- अज़र्बेजानी – रमज़ान बयरामी, ओरुक्लुक बायरामी
- बम्बारा – सेली, सेलिनिसिनिन, (चोटी सेली)
- बंगाली – রোজার ঈদ, ঈদুল ফিতর / रोज़ार ईद, ईद उल-फ़ित्र
- बोस्नियन - रमजान्स्की बज्राम (रमज़ान दावत), मली बज्राम (छोटी ईद)
- बल्गेरियाई – Рамазан Байрам / Ramazan Bayram
- चैनीस – पारंपरिक : 開齋節; साधारण: 开斋节 / काई जाई जिए ("रोजों के बाद की ईद")
- क्रोएशियन – रामाज़न्सकी बज्राम ("रमदान ईद")
- डच – सुइकर्फ़ीस्ट ("मीठी ईद")
- फिलिपिनो – वकास नग रमदान, अराव नग राया, लेबरान, हरी राया बुका पुअसा, पग्तातापोस नग पट-आयुनो
- अफ्रीकन फ्रेंच * ख़ास तौर पर - सेनेगल & माली - कोरिती (वुल्फ भाषा से)
- जर्मन – रमादानफेस्ट, ज़ुक्करफेस्ट (रमदान ईद, मीठी ईद)
- ग्रीक – Σεκέρ Μπαϊράμ[14][15] ("शकर या मीठी ईद"। तुर्की सेकर - शकर, मीठी बयराम ईद)
- होउसा – सल्लाह, करमर सल्लाह, (चोटी सल्लाह)
- हिब्रू – עיד אל-פיטר - ईद अल-फ़ित्र
- हिन्दी – ईद उल-फ़ित्र ("ईद उल-फ़ित्र")
- इन्डोनेशियाई - हरी राय ईदुल फ़ित्री, हरी लेबरान
- जावानीस - रियादुन पित्रह, रियाया पित्रह; बकदा, लेबरान; ईदुल फ़ित्री, न्गैदुल फ़ित्री, न्गिदिल फ़ित्री
- कजाक - ओराज़ा ऐत – Ораза айт
- कुर्दिश – جێژنی ڕەمەزان / जेज़नी रेमेज़ान
- किरगिज़ – Orozo Mayram - ओरोज़ो मयराम
- मेसीडोनियन – (Рамазан Бајрам) रमाज़ेह बज्राम
- मग्रिबी अरबी – عيد الصغير / 'ईद अल सग़ीर' ("छोटी ईद")
- मलय – हरिराया ऐदिलफित्री - ("ईद उल-फ़ित्र मनाने का दिन"), हरी राया पुआसा ("रोज़े ख़त्म होने पर मनया जाने वाला दिन"), हरी लेबरान
- मलयालम – ചെറിയ പെരുന്നാള് / Cheṟiya perunaal
- माल्दीवियन – ފިތުރު އީދު / फ़ितुरु ईद
- मंदिका - कोरिती
- मिनान्ग्कबाऊ - हरी रायो
- मोंतेनेग्रिन - रामाजान्सकी बज्राम
- पश्तो – کمکی اختر / कम्के अख्तर ("छोटी ईद"); کوچنی اختر / कोचनी अख्तर; وړوکی اختر / वर्रुके अख्तर
- फ़ारसी – عید فطر / एय्द ए-फ़ेत्र
- पोर्तुगीस – Celebração do fim do jejum सेलेब्रशाओ दो फिम दो जेजुम
- रूसी – Ураза-Байрам - उराज़ा बैराम (Uraza Bayram)
- सर्बियन – Рамазански бајрам - रामाज़ान्स्क बज्राम
- सिंधी – रमज़ान वारी ईद (روزن واري عيد)
- सोमाली – शीद्दा रमादान
- स्पेनिश – फीस्टा डे ला राप्चूरा डेल अयुनो
- सुन्दानीस – बोबोरान सियाम
- स्वाहिली – सिकुकू या ईदी, सिकुकू या मफुन्गुओ मोसी
- सिल्हेटी – রোজার ঈদ / रुज़ार ईद
- तमिल – நோன்பு பெருநாள் / नोंपू पेरुणाल
- थाई - วันอีด / वान ईद / ईद उल-फ़ित्र
- तातार - उराज़ा बैराम
- तुर्की – रमज़ान बयरामी (रमज़ान ईद) शकर बयरामी
- तुर्कमेन – (Oraza baýramy) - ओराज़ा बैराम
- उर्दू – چھوٹی عید / Choṭī ʿĪd—Smaller Eid ; میٹھی عید / Mīṭhī ʿĪd—मीठी ईद; عیدُ الفطر / ʿईद उल-फ़ित्र
- उज़बेक - Рамазон ҳайит / रमज़ान हाईत
- उईघुर भाषा – روزا ھېيت / रोज़ा हीयत
- ज़र्मा भाषा – जिंगर केना (चोटी ईद)
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ अ आ इ "The Umm al-Qura Calendar of Saudi Arabia". मूल से 11 जून 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 March 2017.
- ↑ {{समाचार सन्दर्भ|title=Eid-Ul-Fitr Ka Matlab Kya Hai: ईद क्यों मनाई जाती है? त्याग और समर्पण से क्यों जोड़ा जाता है|url=https://www.yugantarpravah.com/national/why-is-eid-celebrated-why-is-it-associated-with-sacrifice-and-dedication-know-its-importance/article-6944%7Caccessdate=10 अप्रैल 2024|publisher=युगान्तर प्रवाह
- ↑ "खुशियां बांटने का पर्व है ईद-उल-फितर". दैनिक भास्कर. 29 अगस्त 2011. मूल से 21 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 जुलाई 2015.
- ↑ "Eid ul Fitr History: पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब से जुड़ा है यह त्योहार, ऐसे हुई इसकी शुरुआत". Dainik Jagran. मूल से 8 जून 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-05-24.
- ↑ Desk, India com Hindi News. "Eid Ul Fitr in India 2020 Date: चांद के दीदार के बाद भारत में इस दिन मनाई जाएगी ईद". India News, Breaking News, Entertainment News | India.com. अभिगमन तिथि 2020-05-24.
- ↑ "हिंदी खबर, Latest News in Hindi, हिंदी समाचार, ताजा खबर". Patrika News (hindi में). अभिगमन तिथि 2020-05-24.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ "ईद-उल-फितर पर जानिए आख़िर कौन हैं अल्लाह ताला (पूर्ण परमात्मा)?". S A NEWS (अंग्रेज़ी में). 2021-05-13. अभिगमन तिथि 2021-05-13.
- ↑ "जानें क्यों मनाई जाती है ईद-उल-फितर, रोजे का भी खास महत्त्व - dharma AajTak". aajtak.intoday.in. अभिगमन तिथि 2020-05-24.
- ↑ "इस साल ईद नहीं मनाएगा शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड, पाक की इस हरकत का आज करेंगे विरोध". Patrika News (hindi में). अभिगमन तिथि 2020-05-25.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ "रहमत के छीटों के बीच अदा की ईद की नमाज". Dainik Bhaskar. 2015-07-19. अभिगमन तिथि 2020-05-25.
- ↑ "Eid ul Fitr 2020: जानें ईद उल फितर का महत्त्व और इस पर्व का इतिहास". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2020-05-24.
- ↑ "Eid Al Fitr in Hindi: Eid Ul Fitr Mubarak, ईद उल फितर 2020 में कब है?". S A NEWS (अंग्रेज़ी में). 2020-05-24. अभिगमन तिथि 2020-05-24.
- ↑ "Eid ul Fitr 2020 History & Significance: रमज़ान के ख़त्म होने पर क्यों मनाई जाती है ईद, जानें इसका इतिहास". Dainik Jagran. अभिगमन तिथि 2020-05-24.
- ↑ "Δημοτικό Συμβούλιο Κω:Χρόνια Πολλά για τη μουσουλμανική γιορτή "Σεκέρ Μπαϊράμ" - Kosnews24.gr". मूल से 6 अक्तूबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 जून 2017.
- ↑ "Εκδηλώσεις - Δήμος Ιάσμου - www.iasmos.gr". मूल से 30 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 जून 2017.
बाहरी कड़ियाँ
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