इमरान
इमरान (अरबी: عمران इब्रानी: יהויקים योहोयाकिम, "वह जिसे यहोवा ने स्थापित किया है"; यूनानी : Ἰωακείμ ) ईसाई एवं इस्लाम परंपरा के अनुसार, सेंट ऐनी के पति, मैरी के पिता, यीशु की माँ और यीशु/ईसा के नाना थे।
इमरान या जोआचिम और ऐनी की कहानी सबसे पहले जेम्स के बाइबिल अपोक्रिफ़ल गॉस्पेल में दिखाई देती है।[1] उनके नाम पर उत्सव का दिन 26 जुलाई है, जो सेंट ऐनी के साथ साझा की गई तारीख है।
ईसाई परंपरा में
इमरान जीसे जोआचिम नाम से इसाइयत में संबोधित करते हैं, उनकी पत्नी ऐनी (या अन्ना) और उनकी संतान मरियम, यीशु की मां, के चमत्कारी जन्म की कहानी पहली बार दूसरी शताब्दी के एपोक्रिफ़ल शैशव-गॉस्पेल द गॉस्पेल ऑफ़ जेम्स (जिसे जेम्स का प्रोटोएवेंजेलियम में भी कहा जाता है) जिसमे बताई गई थी। जोआचिम एक अमीर और धर्मपरायण व्यक्ति था, जो नियमित रूप से गरीबों को दान देता था। हालाँकि, चार्ल्स सोवे, कैथोलिक इनसाइक्लोपीडिया में लिखते हुए कहते हैं कि यह विचार संदिग्ध है कि जोआचिम के पास बड़े झुंड और झुंड थे।[2]
इस्लाम में
इस्लाम में उन्हें इमरान कहा जाता है ( अरबी: عمران ), और उनकी मानी गई कब्रों में से एक सलालाह में है; जिसके बारे में दावा किया जाता है कि यह "दुनिया की सबसे लंबी कब्र" (12 मीटर) है।[3][4] सूरा - अल इमरान में कुरान के अनुसार, इमरान मरियम के पिता और ईसा के दादा हैं।
सन्दर्भ
- ↑ Brownrigg, Ronald (September 2, 2003). Who's Who in the New Testament. New York: Routledge. पृ॰ 194. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1134509492.
- ↑ Souvay, Charles. "St. Joachim" The Catholic Encyclopedia Vol. 8. New York: Robert Appleton Company, 1910. 3 Aug. 2022 This article incorporates text from this source, which is in the सार्वजनिक डोमेन.
- ↑ Qur'an 3:42; cited in Stowasser, Barbara Freyer, "Mary", in: Encyclopaedia of the Qurʾān, General Editor: Jane Dammen McAuliffe, Georgetown University, Washington, D.C..
- ↑ "Nabi Umran Tomb in Salalah City – Religious Sites, Tourist Attractions." Beautiful Salalah, https://www.beautifulsalalah.com/nabi-umran-tomb/