इज़राइल की स्वतंत्रता का घोषणापत्र
इज़राइल की स्वतंत्रता का घोषणापत्र एक दस्तावेज है जिसमें इज़राइल के स्वतंत्र राज्य (देश) की स्थापना की घोषणा की गई थी। यह एक यहूदी राज्य की स्थापना की घोषणा का वर्णन करता है, जिसका नाम इज़राइल राष्ट्र हैं। यह राज्य १४ मई १९४८ को स्थापित किया गया था।
इतिहास
२९ नवंबर १९४७ को संयुक्त राष्ट्र ने संकल्प अपनाया था जिसमें फिलिस्तीन से एक अरब राज्य और एक यहूदी राज्य की स्थापना की सिफारिश की थी। इस संकल्प को पुरा करने के लिए कदम उठाने की सिफारिश की गई थी। १२ मई १९४८ को, यहूदी राष्ट्रीय प्रशासन ने तेल अवीव कला संग्रहालय में मुलाकात की। वे युद्धविराम संधि के अमेरिकी प्रस्ताव या एक नए राज्य को घोषित करने के संकल्प को स्वीकार करने के लिए एकत्र हुए थे। दस सदस्यों में से छह ने इज़राइल राज्य की घोषणा की संकल्पना पर मोहर लगाई।
- पक्ष में मत करनेवाले: डेव्हिड बेन-गुरियन, मोशे शॅरेड, पेरेज बर्नस्टीन, हेम-मोशे शपीरा, मॉर्डचाई बेंटोव, Aharon Zisling
- विपक्ष में मत करनेवाले: एलीएज़र कपलान, डेव्हिड रेमेज़, पिंचस रोजेन, बेचर-शालोम शीट्रिट
दो दिन बाद १४ मई १९४८ को यहूदी राष्ट्रीय परिषद की तेल अवीव में मुलाकात हुई और १४ मई १९४८ की मध्यरात्री में परिषद ने इज़राइल राज्य की स्थापना की घोषणा को पढ़ा।
घोषणापत्र
घोषणापत्र के पहले कुछ वाक्यों में यहूदियों के लिये एक स्वतंत्र देश बनाने के कारण बताए और यहूदियों के अधिकार लिखे। आगे नए यहूदी राज्य की सुविधाओं और विशेषताओं को बताया गया हैं।
इस दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने वाले पहले व्यक्ति डेव्हिड बेन-गुरियन थे।