आरडी-170
|  आरडी-170 रॉकेट इंजन मॉडल | |
| मूल देश |  सोवियत संघ  रूस | 
|---|---|
| पहली उड़ान | 1985-04-13 | 
| निर्माता | एनपीओ एनेरगोमेश | 
| अनुप्रयोग | मुख्य इंजन | 
| संबद्ध प्रक्षेपण यान | एनेर्ग्य | 
| उत्तराधिकारी | आरडी-171एम | 
| स्थिति | अवकाश प्राप्त | 
| लंबाई | 4.0 मी॰ (160 इंच) | 
| व्यास | 3.8 मी॰ (150 इंच) | 
| शुष्क वजन | 10,750 कि॰ग्राम (23,700 पौंड) | 
| तरल ईंधन मोटर इंजन | |
| ईंधन | तरल ऑक्सीजन / मिट्टी का तेल | 
| मिश्रण अनुपात | 2.63 | 
| चक्र | आक्सीकारक रिच स्टेज्ड दहन | 
| विन्यास | |
| चैंबर | 4 | 
| नोजल अनुपात | 36.87 | 
| प्रदर्शन | |
| थ्रस्ट (निर्वात) | 7,904 कि॰न्यू. (1,777,000 पौंड-बल) | 
| थ्रस्ट (समुद्र तल) | 7,257 कि॰न्यू. (1,631,000 पौंड-बल) | 
| थ्रॉटल रेंज | 100% to 40% | 
| थ्रस्ट-वजन अनुपात | 75 | 
| चैंबर दबाव | 24.52 मेगा॰पास्कल (3,556 पाउंड प्रति वर्ग इंच) | 
| विशिष्ट आवेग(Isp) (निर्वात) | 337 s (3.30 km/s) | 
| विशिष्ट आवेग(Isp) (समुद्र तल) | 309 s (3.03 km/s) | 
| जलने का समय | 150 सेकंड | 
| इस्तेमाल में | |
आरडी-170 (RD-170) दुनिया का सबसे शक्तिशाली तरल ईंधन रॉकेट इंजन है। इसका विकास एनेर्ग्य प्रक्षेपण वाहन के साथ प्रयोग के लिए एनपीओ एनेरगोमेश द्वारा सोवियत संघ में निर्मित है।[1]
