आधार कार्ड पर लोन
आधार कार्ड से ऋण एक प्रकार की वित्तीय सेवा हैं। वर्तमान में विभिन्न बैंक तथा ग़ैर बैंकिंग संस्थाओं द्वारा नागरिकों को आधार कार्ड पर ऋण उपलब्ध करवाया जाता हैं। यह मूल रूप से व्यक्तिगत ऋण हैं जिसका प्रचलित नाम आधार कार्ड ऋण हैं। वित्तीय संस्थाओं द्वारा ऋण देते समय आवेदक सत्यता के लिए मूल दस्तावेज आधार कार्ड लिया जाता हैं तथा इसी से ऑनलाइन के वाई सी प्रक्रिया पूर्ण की जाती हैं। इसी कारण इस प्रकार के ऋण का नाम आधार कार्ड ऋण प्रचलित हो चुका हैं जबकि इस नाम से किसी ऋण का वास्तविक अस्तित्व नहीं हैं।
आधार ऋण मूल रूप से व्यक्तिगत ऋण होने के कारण इसपर लगने वाले नियम व शर्तें भी व्यक्तिगत ऋण की ही होती हैं।
ऋण की शर्ते
आधार कार्ड पर लिये जाने वाला ऋण एक असुरक्षित श्रेणी का ऋण हैं अतः इसके लिए आपको संबंधित वित्तीय संस्था एक पास अपनी कोई भी वस्तु या संपत्ति गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती हैं। इस ऋण पर ब्याज दर व्यक्तिगत ऋण के आधार पर ही लागू होती हैं। इस ऋण के लिए ब्याज दर तथा ऋण राशि की गणना ऋण लेने वाले व्यक्ति के सिबिल स्कोर तथा उसके प्रोफाइल के आधार पर की जाती हैं। यदि व्यक्ति के पास आय का एक निश्चित व स्थाई स्रोत हैं तथा उसका सिबिल स्कोर उच्च हैं तो उसे आधार कार्ड पर्सनल लोन पर अधिक धनराशि प्रदान की जाती हैं। इसकी विपरीत स्थिति में कम राशि का ऋण प्रदान किया जाता हैं तथा ऋण वापस जमा करवाने की असुरक्षा होने के कारण ब्याज पर अधिकतम दर लागू होती हैं।
आधार कार्ड ऋण के लिये दस्तावेज
आधार कार्ड से ऋण से ऋण लेनें के लिए ऋण आवेदक के पास उसकी व्यक्तिगत पहचान तथा वित्तीय स्थिति से संबंधित सभी दस्तावेज होने चाहिए। पहचान से संबंधित दस्तावेज़ो में आधार कार्ड, मूल निवास, पहचान पत्र तथा फोटो आदि दस्तावेज होने चाहिए। वित्तीय स्थिति के लिए व्यक्ति का आय प्रमाण पत्र, नौकरी से संबंधित कर्मचारी कार्ड आदि दस्तावेज माँगे जाते हैं। इसके साथ ही व्यक्ति के सिबिल स्कोर तथा क्रेडिट स्कोर की गणना करने के लिए उसके पास पैन कार्ड होना भी आवश्यक हैं।
आधार केवाईसी
किसी भी वित्तीय संस्था से ऋण आवेदन करने के लिए हमारी व्यक्तिगत पहचान के प्रमाण का आधार कार्ड मुख्य दस्तावेज है। आधार कार्ड से ई-केवाईसी होने के कारण हमें पहचान के अन्य दस्तावेजों की आवश्यकता नहीं होती है तथा इसमें विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा केवाईसी होने के कारण समय में कम लगता है। आधार केवाईसी होने पर हमें तुरन्त तथा आसानी सए ऋण राशि उपलब्ध करवा दी जाती है।
अन्य दस्तावेजों की केवाईसी में अधिक समय लगता है तथा उनमें हमें ऋण राशि भी कम उपलब्ध करवाई जाती है, परन्तु यदि हम आधार ई-केवाईसी करवाते है तो इसमें बहुत ही कम समय में यूजर वेरीफिकेशन कर दिया जाता है तथा ई-केवाईसी के कारण वित्तीय संस्था द्वारा अधिक ऋण राशि उपलब्ध करवा दी जाती है।