आगाहसन ‘अमानत’ लखनवी
आगा हसन अमानत (उर्दू: آغا هسن "امانت, १८१५-१८५८) भारतीय शहर लखनऊ से उन्नीसवीं शताब्दी के एक उर्दू कवि, लेखक तथा नाटककार थे। वह अवध रियासत के शासक वाजिद अली शाह की राजसभा से संबद्ध थे। उनका नाम आगा हसन अली था, जबकि "अमानत" उनका प्रदत्त नाम (या तखल्लुस) था। उन्हें अमानत लखनवी (लखनऊ की अमानत) और मिर्जा अमानत के नाम से भी जाना जाता है।
अमानत के पूर्वज ईरानी प्रवासी थे, जो १८१५ में लखनऊ आये थे। उनकी रचनाऐं और कार्य उर्दू भाषा में थे। "इंद्र सभा" उनके द्वारा लिखा गया पहला नाटक था, जिसे उर्दू रंगमंच के विकास में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। उर्दू में गीत परंपरा की शुरुआत करने का श्रेय भी उन्हें ही दिया जाता है।
संदर्भ
- Alison Arnold, South Asia: the Indian subcontinent, Part 2, Taylor & Francis, 2000, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-8240-4946-1, मूल से 11 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 12 जून 2018,
... The court poet Agha Hasan ("Amanat") wrote this musical dance drama based on the love story of a fairy and a prince. The drama, entirely in verse, was picked up by Parsi theater companies in Bombay that produced Urdu plays in India ...
- Sayyid Mohammad Abdullah, Urdū adab, Maktaba-e-khayaban-e-adab, 1967, मूल से 3 जनवरी 2014 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 12 जून 2018,
... اردو میں اس صنف کا احیا، اودھ کے تہزیبی دور میں ھوا. امانت نے اندر سبھا میں گیت کو رواج دیا ...