आई. एम. विजयन
2017 में विजयन | |||
व्यक्तिगत विवरण | |||
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नाम | इनिवलाप्पिल मणि विजयन | ||
जन्म तिथि | 25 अप्रैल 1969 | ||
जन्म स्थान | त्रिस्सूर, केरल, भारत | ||
कद | 1.80 मी॰ (5 फीट 11 इंच) | ||
खेलने की स्थिति | स्ट्राइकर | ||
वरिष्ठ क्लब | |||
वर्ष | क्लब | खेल | (गोल) |
1987–1991 | केरल पुलिस (फुटबॉल टीम) | (33) | |
1991–1992 | मोहन बागान एथलेटिक क्लब | (27) | |
1992–1993 | केरल पुलिस (फुटबॉल टीम) | (30) | |
1993–1994 | मोहन बागान एथलेटिक क्लब | 55 | (18) |
1994–1997 | जेसीटी मिल्स फुटबॉल क्लब | 44 | (19) |
1997–1998 | एफ़सी कोचीन | 50 | (24) |
1998–1999 | मोहन बागान एथलेटिक क्लब | 33 | (15) |
1999–2001 | एफ़सी कोचीन | 47 | (22) |
2001–2002 | ईस्ट बंगाल क्लब | 18 | (19) |
2002–2004 | जेसीटी मिल्स फुटबॉल क्लब | 34 | (10) |
2004–2005 | चर्चिल ब्रदर्स स्पोर्ट्स क्लब | 16 | (22) |
2005–2006 | ईस्ट बंगाल क्लब | 41 | (11) |
योग | 284 | (142) | |
राष्ट्रीय टीम | |||
1992–2003 | भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम | 70 | (29) |
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आई. एम. विजयन (जन्म 25 अप्रैल 1969) का पूरा नाम इनिवलाप्पिल मणि विजयन है। उन्हें कालो हरिन (ब्लैकबक) उपनाम से भी जाना जाता है। [1] वे एक पूर्व पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी हैं। भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के वे कप्तान भी रहे हैं। उन्होंने एक स्ट्राइकर के रूप में भी खेला है। [2] नब्बे के दशक के अंत और वर्ष 2000 के दशक की शुरुआत में उन्होंने भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के लिए भाईचुंग भूटिया के साथ एक सफल अटैकिंग साझेदारी बनाई। विजयन को 1993, 1997 और 1999 में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ी का ताज पहनाया गया था।[3] यह पुरस्कार कई बार जीतने वाले वे पहले खिलाड़ी थे। उन्हें 2003 में अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।[4]
जन्म
विजयन का जन्म 25 अप्रैल 1969 को केरल के त्रिस्सूर शहर में एक मलयाली परिवार में हुआ था।[5] उन्होंने चर्च मिशन सोसाइटी हाई स्कूल, त्रिस्सूर से अपनी पढ़ाई की।
प्रारंभिक जीवन
वे बहुत गरीब थे। अपने परिवार की मदद के लिए उन्हें त्रिस्सूर नगर निगम स्टेडियम में 10 पैसे की सोडा की बोतलें बेचनी पड़ीं। उन्हें फुटबॉल खेलने का बहुत शौक था। किसी तरह उन्होंने केरल के तत्कालीन डीजीपी एम.के. का ध्यान अपने खेल की तरफ़ आकर्षित किया। जोसेफ ने उन्हें 17 साल की उम्र में केरल पुलिस फुटबॉल क्लब के लिए चुना था। विजयन ने क्विलोन नेशनल्स 1987 में केरल पुलिस के लिए शानदार प्रदर्शन किया और अपने त्रुटिहीन कौशल और अत्यधिक आक्रामक खेल शैली से बहुत जल्द ही राष्ट्रीय फुटबॉल बिरादरी को प्रभावित करने में सफल हुए।
सन्दर्भ
- ↑ "द लेजेंड हू सोल्ड सोडा बॉटल्स – अ ट्रिब्यूट टू आई.एम.विजयन". Sportskeeda. 13 जुलाई 2012. मूल से 12 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जून 2018.
- ↑ के. जॉन, बीनब (2 फरवरी 1998). "विद ओवर वन करोड़ ऐज़ प्राइज़ मनी फ़र फ़िलिप्स लीग, लोकल क्लब्स साइन अप फ़ॉरेन प्लेयर्स". www.indiatoday.in. इंडिया टुडे. मूल से 1 फरवरी 2022 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 फरवरी 2022.
- ↑ "अ डाउन टू अर्थ फुटबॉलर". स्पोर्टस्टार. 22 नवंबर 2003. मूल से 15 सितंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 अक्तूबर 2011.
- ↑ "अर्जुन अवॉर्ड 2003". द हिंदू. 3 अगस्त 2003. मूल से 25 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 अक्तूबर 2011.
- ↑ "डियर-फ़ूटेड मैजिशियन". आउटलुक. मूल से 18 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2018-06-18.