आंतरिक डिज़ाइन
आंतरिक डिजाइन या इंटिरियर को अक्सर साज-सज्जा से जोड़कर देखा जाता है, जिसमें शामिल है स्टाइल, रंग-रोगन, फर्नीचर, आर्ट वर्क और लाइटिंग का उचित चयन करना। आज के डिजाइनर पुरानी या नई इमारत को काफी फेरबदल के बाद नया स्वरूप देते हैं। आज के डिजाइनर आर्किटेक्चर की गहन जानकारी, ले आउट बनाना, किसी इमारत के नवीनीकरण, खिड़की-दरवाजों की सही जगह व आकार की भी राय देते हैं। यह लोग सही डिजाइन, सुरक्षा, आराम, पर्यावरण के मानकों को ध्यान में रखते हुए इंटीरियर डिजाइन करते हैं। अगर किसी प्रोजेक्ट में ढांचागत काम की भी जरूरत पड़ती है तो यह लोग आर्किटेक्ट या इंजीनियर के साथ मिलकर कार्य करते हैं। जब आंतरिक डिजाइन का काम शुरू होता है तो डिजाइनर समय-समय पर साइट पर जाकर इसे सुपरवाइज करते हैं। इन्हें कई तरह के काम करने वाले ठेकेदारों से तारतम्य बैठाना होता है, जिसमें फर्नीचर, प्लंबर, एसी या इलेक्ट्रिकल सर्किट, फ्लोरिंग, फिटिंग, आर्टवर्क और लाइटिंग प्रमुख क्षेत्र हैं।. इंटीरियर डिजाइन को घर की जगह के लिए सुंदर और उपयुक्त होना चाहिए, जिससे घर अधिक जीवंत और सुंदर हो।