आंग सान
मेजर जनरल बोग्योके आंग सान အောင်ဆန်း | |
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ब्रितानी उपनिवेश बर्मा के प्रधानमंत्री | |
पद बहाल 26 सितम्बर 1946 – 19 जुलाई 1947 | |
पूर्वा धिकारी | सर पा तुँ |
उत्तरा धिकारी | कार्यालय समाप्त प्रधानमंत्री के रूप में उ नु |
बर्मा राज्य के युद्ध मंत्री और उप प्रधानमंत्री | |
पद बहाल 1 अगस्त 1943 – 27 मार्च 1945 | |
पूर्वा धिकारी | कार्यालय निर्मित |
उत्तरा धिकारी | कार्यालय समाप्त |
एन्टी फ़ासिस्ट पीपल्स फ़्रीडम लीग के अध्यक्ष | |
पद बहाल 27 मार्च 1945 – 19 जुलाई 1947 | |
पूर्वा धिकारी | कार्यालय निर्मित |
उत्तरा धिकारी | उ नु |
कम्युनिष्ट पार्टी ऑफ़ बर्मा के महासचिव | |
पद बहाल 15 अगस्त 1939 – 1940 | |
पूर्वा धिकारी | कार्यालय निर्मित |
उत्तरा धिकारी | थकिन सोए |
जन्म | 13 फ़रवरी 1915 नात्मॉक, मगवे, ब्रितानी बर्मा |
मृत्यु | 19 जुलाई 1947 रंगून, ब्रितानी बर्मा | (उम्र 32)
समाधि स्थल | शहीद समाधि, म्यान्मार |
जन्म का नाम | हतेइन लिन |
राष्ट्रीयता | म्यान्मार |
राजनीतिक दल | एन्टी फ़ासिस्ट पीपल्स फ़्रीडम लीग कम्युनिष्ट पार्टी ऑफ़ बर्मा बर्मा सोसलिस्ट पार्टी थकिन सोसाइटी |
जीवन संगी | खिन क्यूई (वि॰ 1942) |
बच्चे | आंग सान ऊ आंग सान लिन आंग सान सू की आंग सान चित |
शैक्षिक सम्बद्धता | रंगून विश्वविद्यालय येनंगयौंग हाई स्कूल |
व्यवसाय | राजनेता, मेजर जनरल |
हस्ताक्षर | |
सैन्य सेवा | |
निष्ठा | बर्मा इंडिपेंडेंस आर्मी बर्मा नेशनल आर्मी शाही जापानी सेना |
पद | मेजर जनरल (उस समय की उच्चतम सैन्य पद) |
मेजर जनरल आंग सान (साँचा:MYname, pronounced: [bòdʑoʊʔ àʊɴ sʰáɴ]); 13 फरवरी 1915 – 19 जुलाई 1947) बर्मा के स्वतन्त्रता सेनानी एवं राजनेता थे जो १९४६ से १९४७ तक अंग्रेजशासित बर्मा के ५वें शासनाध्यक्ष थे। वे म्यांमार के 'राष्ट्रपिता' माने जाते हैं। पहले वे साम्यवादी विचारों के थे किन्तु बाद में सामाजिक लोकतन्त्र के पक्षधर बन गये। वे क्रांतिकारी, राष्ट्रवादी, तत्मादा (Tatmadaw) के संस्थापक, भी थे। वे बर्मा कम्युनिस्ट पार्टी के भी सम्स्थापक थे।